रतलाम, सुशील खरे । प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान (shivraj Singh Chauhan) के निर्देशों के बाद प्रदेश में लगातार मिलावटखोरों और अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा रहा है लेकिन रतलाम में आबकारी विभाग (Excise Department) पर इसका कोई प्रभाव नजर नहीं आता उल्टा उसका काम पुलिस (Police)कर रही है. इसका ताजा उदाहरण है जावरा के औद्योगिक थाना क्षेत्र की पुलिस की कच्ची शराब के कारखाने पर कार्रवाई। पुलिस ने यहाँ से भरी मात्रा में शराब, ओपी, होलोग्राम, लेबल सहित अन्य पैकेजिंग सामग्री जब्त की।
रतलाम जिले में अवैध और कच्ची जहरीली शराब का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है. हालाँकि आबकारी विभाग के अधिकारियों पर इस गोरख धंधे पर लगाम लगाने की जिम्मेदारी है लेकिन कि वो आंखें मूंदे हुए सो रहे हैं। उनका काम स्थानीय पुलिस कर रही है। रतलाम जिले के जावरा में औद्योगिक थाना क्षेत्र पुलिस को एक बार फिर बड़ी सफलता हाथ लगी है पुलिस ने यहां अवैध शराब की फैक्ट्री पकड़ी है जिसे मां और बेटा काफी समय से चला रहे थे और सबसे बड़ी बात यह है कि इस शराब फैक्ट्री से देसी शराब के लेबल बड़ी मात्रा में, खाली क्वार्टर, उनको पैकिंग करने वाले ढक्कन, सामग्री के साथ-साथ एक्साइज लिखे होलोग्राम भी बरामद किए हैं जो कि चौंकाने वाली बात है. पुलिस अब इस बारे में आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
जावरा सीएसपी प्रदीप सिंह राणावत के अनुसार मुखबिर की सूचना के आधार पर रात को जावरा औद्योगिक थाना क्षेत्र पुलिस के द्वारा शांतिवन के पास शुगर मिल के पीछे एक अवैध शराब की फैक्ट्री पर छापा मारा। इस फैक्ट्री को मां और बेटा मिलकर चला रहे थे इन पर पुराने प्रकरण भी दर्ज है। पुलिस ने आरोपी जगदीश धाकड़ और उसकी मां भगवंता भाई को गिरफ्तार किया है तथा मौके से भारी मात्रा में अवैध देसी कच्ची शराब बनाने की सामग्री के साथ-साथ 70 लीटर कच्ची शराब, बड़ी मात्रा में एक्साइज लिखे होलोग्राम एवं अवैध शराब बनाकर पैकिंग करने वाले क्वार्टर, उनके ढक्कन तथा स्टीकर बरामद किए हैं। यह पूरी फैक्ट्री नंदू माली के खेत में बाड़ा बनाकर संचालित की जा रही थी इस संदर्भ में आबकारी विभाग से संपर्क करने की कोशिश की गई तो विभाग के आला अधिकारियों की तरफ से कोई जवाब नहीं आया।
उल्लेखनीय है कि रतलाम जिले में अवैध शराब का खासकर कच्ची और जहरीली शराब का अवैध कारोबार लगातार फल-फूल रहा है और आबकारी विभाग की निष्क्रियता के चलते इस प्रकार के अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. लॉकडाउन के दौरान भी नामली थाना क्षेत्र अंतर्गत जहरीली शराब पीने से 8 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी तथा इसी दौरान बंद पड़े अल्कोहल प्लांट से भी जहरीली शराब की चोरी हुई थी इसके पश्चात आबकारी विभाग के द्वारा छुटपुट कार्रवाई कर कर मामले को दबा दिया गया और अब एक बार पुनः नामली जैसी बड़ी घटना का इंतजार इस विभाग को है।