मासूम के आत्मघाती कदम से पुलिस हैरान, भगवान की तस्वीरों में तलाश रही कारण

Atul Saxena
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Two employees engaged in assembly duty died

रतलाम, डेस्क रिपोर्ट। जिले के एक गांव में रहने वाली 10 साल की एक मासूम ने अपने घर में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। घटना के बाद से परिजन बेसुध है। घटना के बाद से पुलिस भी हैरान है, खास बात ये हैं कि मासूम के कमरे में लगी भगवान की तस्वीरों पर गुलाल मिला है, पुलिस अब इन तस्वीरों पर लगे गुलाल में आत्महत्या का कारण खोज रही है।

जानकारी के अनुसार रतलाम जिले के बिलपांक गांव में रहने वाले एक किसान की 10 साल की मासूम अपने घर पर साड़ी का फंदा बनाकर उसपर झूल गई और आत्महत्या कर ली।  बच्ची की मां नहीं है, घटना के समय पिता और अन्य परिजन खेत पर गए हुए थे।  जब वे शाम को घर पर पहुंचे तो दरवाजा बंद था, जब दरवाजा तोड़ा गया तो बच्ची का शव झूलता मिला। कमरे में लगी भगवान की तस्वीरों पर लगा गुलाल देखकर परिजन हैरान रह गए।

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घटना की सूचना पुलिस को दी गई।  पुलिस भी कमरे का दृश्य देखकर चौंक गई।  उसे भी भगवान की तस्वीरों पर लगा गुलाल हैरान कर रहा है। माना जा रहा है कि बच्ची ने फांसी लगाने से पहले भगवान की तस्वीरों पर गुलाल उड़ाया होगा। परिजनों ने पुलिस को बताया कि बच्ची खेत से स्कूल जाने के लिए कहकर हंसती खेलती निकली थी वो घर कब पहुंची और उसने फांसी क्यों लगाई ये उन्हें नहीं पता।

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घटना के बाद से गांव में भी सन्नाटा है। पुलिस भी 10 साल की मासूम के आत्मघाती कदम से हैरान है। पुलिस ने आत्महत्या का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।  पुलिस भगवान तस्वीरों पर लगे गुलाल में बच्ची की आत्महत्या का कारण खोजने का प्रयास कर रही है।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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