रतलाम, मनोज श्रीवास्तव। आलोट के कांग्रेसी नेता और पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह सोलंकी (Virendra Singh Solanki) ने नंगे पाँव से पैदल कीचड यात्रा निकालकर जिला पंचायत रतलाम (Ratlam) पहुंचे। उन्होंने कहा कि कुछ दिन बाद हम आज़ादी की 74 वि वर्षगाठ मनांयेंगे पर 4 किलोमीटर सड़क के लिए दौलतपुर की जनता बंचित क्यों हम न सुनेगे कुछ न कोई करेगा तो आखिर ये चार किलोमीटर की सड़क कौन बनाएगा जिसकी राह देखते देखते इतने साल बीत गए कितने विधायक बने सरकारें आई गई पर किसी ने न सुनी इसी समस्या को लेकरजावरा विधानसभा क्षेत्र की खस्ताहाल सड़कों और दौलतपुरा गांव की सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार को लेकर कीचड़ यात्रा लेकर पहुंचे कांग्रेस नेता जिला पंचायत परिसर में ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए।
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दरअसल दौलतपुरा गांव के ग्रामीणों के साथ कांग्रेस नेता वीरेंद्र सिंह सोलंकी और अन्य कार्यकर्ता कीचड़ यात्रा निकाल कर जिला पंचायत सीईओ को ज्ञापन देने पहुंचे थे। कार्यालय में कोई अधिकारी नहीं मिलने पर कांग्रेस नेता और ग्रामीण जिला पंचायत परिसर में धरने पर बैठ गए। ज्ञापन देने बड़ी संख्या में लोगों के आने पर जिला पंचायत सीईओ मीनाक्षी सिंह नाराज हो गई। जिसके बाद काँग्रेस नेता और सीईओ में बहस हो गई। गौरतलब है की वीरेंद्र सिंह मूल रूप से आलोट विधानसभा के रहने वाले हैं और आलोट विधानसभा आरक्षित सीट है तो अब वह जावरा विधासभा से कांग्रेस की दाबेदारी प्रबल कर रहें हैं।
भीड़ देख भड़की जिला पंचायत सीईओ
ज्ञापन देने पहुंची भीड़ को देखकर जिला पंचायत सीईओ मीनाक्षी सिंह भड़क गई। जिस पर कांग्रेस नेता वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि मैडम कूल डाउन मैं भी जिला पंचायत का उपाध्यक्ष रहा हूं और जन समस्या लेकर आया हूं। दोनों के बीच तीखी बहस के बाद सीईओ ने ज्ञापन लेकर जल्दी ही कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। गौरतलब है कि कांग्रेस नेता वीरेंद्र सिंह सोलंकी का पिपलोदा तहसीलदार से हुई तीखी नोकझोंक का वीडियो भी पिछले दिनों वायरल हुआ था।