Child Birth In Rewa Ambulance : मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने रीवा जिले के एक स्वास्थ्य केन्द्र में ताला लगा होने के कारण एक प्रसूता का एम्बुलेंस में ही प्रसव होने के कारण उसके नवजात की मौत हो जाने के मामले में संज्ञान लिया है। रीवा जिले के ग्राम लढ़ निवासी ममता पति सुखलाल रावत को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन उसे एम्बुलेंस से स्वास्थ्य केन्द्र, मनिकवार लेकर आये। स्वास्थ्य केन्द्र में ताला लटका था। इस पर ममता ने एम्बुलेंस में ही बच्ची को जन्म दिया, लेकिन उसे उपचार नहीं मिल पाया, तो करीब बीस मिनट बाद बच्ची की मौत हो गयी। सीएमएचओ का कहना है कि दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा। मामले में आयोग ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, रीवा से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही का तीन सप्ताह में प्रतिवेदन तलब किया है।
परिजनों का यह है कहना
जानकारी के मुताबिक ममता रावत (30 वर्ष) पति सुखलाल रावत निवासी ग्राम लढ़ को रविवार की शाम प्रसव पीड़ा हुई। गांव की आशा कार्यकर्ता ने तुरंत जननी एक्सप्रेस बुलाई। जिसके बाद मेडिकल स्टाफ ममता रावत को लेकर मनिकवार स्वास्थ्य केंद्र लेकर रवाना हुआ। अस्पताल पहुंचने तक महिला की प्रसव पीड़ा तेज हो गई। प्रसूता के परिजन ने बताया कि जब हम लोग अस्पताल पहुंचे। तो मनिकवार स्वास्थ्य केंद्र में ताला लटका मिला। इधर, ममता का दर्द बढ़ता जा रहा था। जब तक हम कुछ कर पाते, तब तक डिलीवरी हो गई। करीब 20 मिनट तक नवजात जिंदा रहा। परिजनों का कहना है कि खराब चिकित्सा व्यवस्था ने हमारे बच्चे की जान ली है। दोषियों पर कार्रवाई होना चाहिए।
ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों ने बताया कि अस्पताल में पदस्थ चिकित्सक डॉ. आशुतोष पटेल को कोई नहीं पहचानता है। क्योंकि वे आज तक अस्पताल आए ही नहीं है। वहीं प्रभारी के रूप में विभा पटेल कार्य देख रही हैं। जो रविवार को नदारद थीं। इसी तरह स्टाफ नर्स विमला पटेल भी गायब थीं।