रीवा, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रीवा जिले (Rewa District) में एक बार फिर लोकायुक्त पुलिस (Lokayukt) ने बड़ी कार्रवाई की है। पंचायत चुनाव (Panchayat election 2021) से पहले टीम ने एक सरपंच (Sarpanch) को 2 लाख की रिश्वत (Bribe) लेते हुए गिरफ्तार (Arrest) किया गया है। आरोप है कि सरपंच ने यह रिश्वत (Bribe) सार्वजनिक शौचालय को गिराने के एवज में मांगी थी। लोकायुक्त ने सरपंच के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
MP में स्कूल शिक्षा विभाग का अधिकारी रिश्वत लेते धराया, लोकायुक्त को देख निकले आंसू
दरअसल, मामला रीवा जिले के हुजुर तहसील के ग्राम पंचायत (Gram Panchayat) दुआरी का है। यहां सड़क निर्माण प्रस्तावित की जगह गुलाब पांडेय के घर के सामने सार्वजनिक शौचालय (Public Toilet) बना हुआ है, जिसके चलते उन्हें काफी दिकक्तों का सामना करना पड़ता है। इसके लिए उन्होंने गांव के सरपंच नरेंद्र शुक्ला से सार्वजनिक शौचालय गिराने की अनुमति मांगी थी, जिसके एवज में सरपंच ने 2 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की। इसकी शिकायक गुलाब ने रीवा लोकायुक्त (Riwa Lokayukt Team) से शिकायत कर दी।
इसके बाद टीम ने अपने स्तर पर जांच सही पाए जाने के बाद योजना बनाकर गुलाब को सरपंच के पास उसके बताए एड्रेस समान थाना क्षेत्र के मिश्रा पेट्रोल पम्प पर 50 हजार नकद औऱ 1.50 लाख का चेक लेकर भेजा। सरपंच ने 50 हजार रुपए कैश तो रख लिए लेकिन किसी शंका के चलते चेक लेने से इनकार दिया। दोनों के बीच यह बातचीत चल ही रही थी कि पीछे से लोकायुक्त टीम ने सरपंच को धर दबोचा।
Teacher Recruitment : मप्र शिक्षक भर्ती का इंतजार खत्म, इस दिन से होगा दस्तावेजों का सत्यापन
लोकायुक्त को सामने देख सरपंच के होश उड़ गए और वो सफाई देने लगा। इसके बाद टीम ने सरपंच के हाथ धुलवाएं तो गुलाबी हो गए और फिर नोट बरामद कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी सरपंच के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम (Corruption act) के तहत मामला दर्ज किया है।
बता दे कि रीवा में यह पहला मौका नहीं है। हाल ही में लोकायुक्त की टीम ने अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (Awadhesh Pratap Singh University)में शाखा में पदस्थ उपयंत्री कृष्ण मोहन त्रिपाठी (krishna mohan tripathi) को 50 हज़ार की रिश्वत और सोमवार को ही छतरपुर जिले (Chhatarpur) में स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department) के एक अधिकारी को 10 हजार की रिश्वत (Bribe) लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तर किया था।