Lokayukta Action : रिश्वत के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और रिश्वतखोर शासकीय सेवक के खिलाफ कड़े एक्शन के बावजूद ये सिलसिला रुक नहीं रहा है। लालच में अंधे कुछ शासकीय सेवक सरकारी राशि का हस्तांतरण, शासकीय कार्य के बिल पास करने या फिर किसी योजना के तहत लाभ पहुँचाने के बदले रिश्वत मांगते ही है फिर शिकायत के बाद पकड़े भी जाते हैं, ताजा मामला सागर जिले का है।
एसपी लोकायुक्त पुलिस सागर रामेश्वर यादव से मिली जानकारी के मुताबिक सागर जिले की बंडा तहसील के गाँव पट्कुई हनौता में रहने वाले चन्द्र कुमार अहिरवार ने एक शिकायती आवेदन दिया था जिसमें ग्राम पंचायत सचिव देवी सिंह यादव पर रिश्वत मांगने के आरोप लगाये गए थे।
आवेदक चन्द्र कुमार ने आरोप लगाये कि उनकी माँ के नाम से कपिलधारा कूप स्वीकृत है उसकी राशि के लिए ग्राम पंचायत पट्कुई हनौता का सचिव उसे परेशान कर रहा है और 5000/- रुपये रिश्वत की मांग कर रहा है।
शिकायती आवेदन के बाद लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम ने जाँच की और टेप रिकॉर्डर देकर रिश्वत मांगे जाने की बातें रिकॉर्ड करवा ली, प्रमाण मिलने के बाद ट्रेप की प्लानिंग और तहसील कार्यालय पहुँच गए।
आज आवेदक चन्द्र कुमार अहिरवार तय समय पर रिश्वत की राशि की पहली किश्त 3000/- रुपये लेकर बंडा तहसील कार्यालय पहुंचा और उसने ये राशि ग्राम पंचायत सचिव देवी सिंह यादव को दे दी और लोकायुक्त टीम को इशारा कर दिया।
इशारा मिलते ही पहले से तहसील के बाहर तैयार खड़ी लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम ने कार्यालय में छापा मारा और सचिव को रिश्वत की राशि 3000/- रुपये के साथ पकड़ लिया, जब उसके हाथ धुलवाए तो गुलाबी हो गए। पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर सचिव को गिरफ्तार कर लिया।