सतना। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ सतना जिले के दौरे पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक नारायण त्रिपाठी के गांव लटा पहुंचे और उनके दिवंगत पिता को श्रद्धाजलि अर्पित की। विधायक त्रिपाठी बीजेपी से बगावत को लेकर सुर्खियों में आये थे, विधानसभा में क्रोस वोटिंग के बाद चर्चा थी कि वो कांग्रेस में चले गए, हालांकि उन्होंने इन अटकलों को खारिज कर कहा था कि वो भाजपा में ही रहेंगे।
भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी के पिता का हाल ही में निधन हो गया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उनके घर पहुंच कर शोक संवेदना व्यक्त की। इससे पहले कमल नाथ ने ट्वीट कर कहा था- मैहर के विधायक नारायण त्रिपाठी के पिताजी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं। ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान व पीछे परिजनों को यह दुःख सहने का संबल प्रदान करे।
बता दें प्रदेश कि सियासत में त्रिपाठी लगातार सुर्खियों में रहे हैं। विधानसभा में क्रोस वोटिंग के बाद तेजी से घटनाक्रम बदला था और सीएम के साथ उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी। तब यह तय माना जा रहा था कि वे कांग्रेस में चले जाएंगे। हालांकि बाद में झाबुआ उपचुनाव से पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने भाजपा मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साफ किया कि त्रिपाठी भाजपा में ही है और भाजपा में ही रहेंगे। इसके बाद भी नारायण त्रिपाठी की मंत्री जीतू पटवारी से मुलाकात सुर्खियों में आई थी। नारायण त्रिपाठी ने 2013 में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था लेकिन 2015 में उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। उपचुनाव में उन्होंने भाजपा की सीट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। 2018 का विधानसभा चुनाव उन्होंने भाजपा के टिकट पर लड़ा था। इससे पहले नारायण त्रिपाठी, सपा और कांग्रेस के टिकट से भी विधायक रह चुके हैं।