सतना,डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश सरकार (shivraj government) के राज्यमंत्री ही मिलावटखोरी के विरुद्ध अभियान को पलीता लगाते हुए दिख रहे है हाल ही में उनका एक विवादित ऑडियो से हड़कंप मच गया है जिसमे वह कहते नजर आ रहे है कि अमरपाटन में एक भी व्यापारी का केस बना तो उल्टा लटका देंगे। खाद्य अधिकारियों ने अब जांच से हाथ खड़े कर दिए है।
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जानकारी के मुताबिक अमरपाटन की ज्यादातर दुकानों में मिलावटी खाद्य सामग्री बिक रही है। बावजूद इसके शिवराज सरकार के राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल को लोगों की जान से ज्यादा व्यापारियों की चिंता दिखाई पड़ रही है। यह हम नहीं कह रहे है जो वायरल ऑडियो में मंत्री जी ने कहा है उससे समझ में आ रहा है कि मंत्री जी ने अपने क्षेत्र में जांच से सख्त मना करते दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने अपने क्षेत्र में अधिकारियों से कहा कि न कोई सेम्पलिंग की जाए और न ही किसी पर कोई केस बनाया जाए। अब समस्या विभाग और अधिकारियों के सामने ये है कि वह मिलावट खोरों और मिलावटखोरी के खिलाफ सीएम के अभियान का साथ दें यह फिर क्षेत्र के राज्यमंत्री का कहना मानें।
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आपको बता दें कि मंगलवार को अमरपाटन के एक ढाबे में खाद्य सुरक्षा अधिकारी के साथ मारपीट की गई। ढाबा संचालक और उसके साथियों ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी और उनके सहयोगी के अपहरण की कोशिश की गई। अधिकारी और उनके सहयोगी को आरोपियों की गाड़ी से कूद कर अपनी जान बचाई। ग्रामीणों की शरण लेने पर उनकी जान बची। खाद्य सुरक्षा अधिकारी की इसकी शिकायत करने थाने पहुंचे तो पुलिस ने कई घंटों तक थाने में बैठाए रखा। इसके बाद भी अमरपाटन पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। वहीं जिम्मेदार राज्यमंत्री के दबाव में चुप बैठे।
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गौरतलब है कि पूर्व सीएस का बेटा सतना में ही दूषित खाद्य सामग्री की वजह से गम्भीर बीमार हुआ था और जिसकी जान पर बन आई थी। वहीं मिलावट खोरी पर कमलनाथ सरकार चला चुकी है शुद्ध का युद्ध अभियान। मगर शिवराज सरकार के मंत्री ही मिलावटखोरी अभियान के खिलाफ खड़े हुए दिखाई पड़ रहे है।