दरअसल, इस मामले के बाद ग्रामीणों ने प्रशासन से मंदिर को दुबारा बनाने की मांग की। बता दे इस मंदिर से कई गांव के लोगों की आस्था जुड़ी थी, इस घटना के बाद सभी के मन में आक्रोश है। जिसके कारण गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि वाजिद खान नाम के आदमी ने इस काम को अंजाम दिया है। जिसपर पुलिस को जांच-पड़ताल कर उसपर उचित कार्रवाई करनी चाहिए। ग्रामीणों ने मंदिर दोबारा बनाने की मांग को लेकर धरना पर बैठ गए। मामला इतना बिगड़ गया कि सूचना मिलते ही एसडीएम भी आरआई के साथ पहुंच गए। साथ ही, कोलगवां थाना से पुलिस बल को बुलाया गया। वहीं, बजरंग दल और विहिप के नेता- कार्यकर्ता भी ग्रामीणों के साथ धरना-प्रदर्शन पर बैठ गए।
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वहीं, विहिप नेता सचिन शुक्ला ने बताया कि, मंदिर और श्मशान भूमि आराजी नंबर 40 में है लेकिन इसे आराजी नंबर 44 बताया जाने लगा जबकि 44 नंबर जमीन नीचे की तरफ है और उसमें जाने का रास्ता भी नहीं है। जिसके कारण साजिशन मंदिर गिराया गया और अब श्मशान भूमि और मंदिर को 44 नंबर आराजी पर बताया जाने लगा। साथ ही उन्होंने कहा कि, मंदिर और श्मशान भूमि को वे अपने पूर्वजों के जमाने से वहीं देखते आ रहे हैं।
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मामले में देवेंद्र तिवारी गुड्डू, जित्तू गर्ग, महेंद्र मिश्रा, नानू तिवारी तथा मनीष तिवारी ने खुलासा करते हुए पुलिस को बताया कि, उन लोगों ने देर रात वाजिद खान और राकेश सिंह को जेसीबी से मंदिर गिराते हुए देखा था। वहीं, पुलिस ने आईपीसी की धारा 295, 427 और 34 के तहत वाजिद खान व राकेश सिंह दोनों के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया है। साथ ही, आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
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