Rahul Gandhi In Satna, Rahul Gandhi, राहुल गांधी: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख तय होने के बाद राहुल गांधी का मध्य प्रदेश में यह तीसरा दौर है। इस बीच राहुल गांधी सतना जिले में जनता को संबोधित कर रहे हैं। अपने संबोधन के दौरान राहुल गांधी मोदी सरकार सहित शिवराज सिंह चौहान पर हमलावर हुए।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर हमारी सरकार और आपकी सरकार की चोरी की है। जितना पैसा बीजेपी सरकार द्वारा अडानी-अंबानी और उद्योगपति को दिया गया है। उस पैसों को कांग्रेस की सरकार आते ही वहां के लोगों के गरीबों को देने का काम किया जाएगा।
राहुल गांधी ने कई संगठनों के साथ की गुप्त बैठक
इससे पहले 10 नवंबर को ही जबलपुर में राहुल गांधी ने कई संगठनों के साथ गुप्त बैठक भी की है। जबलपुर से सतना पहुंचने के साथ ही बीटीआई ग्राउंड में जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। जातिगत जनगणना की बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले अपनी भाषण में खुद को ओबीसी कहा करते थे लेकिन अब कहते हैं कि देश में एक ही जाति है गरीबी। जाति चुनावी मुद्दे से इसलिए गायब हो गई है क्योंकि कांग्रेस जाति जनगणना का समर्थन कर रही है।
जाति जनगणना करवाई जाएगी- राहुल गांधी
पूरे हिंदुस्तान में 50% लोग ओबीसी जाति के हो सकते हैं। ऐसे में उनकी भागीदारी मात्र 0.3% ही है। यह आंकड़े देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लोगों को नहीं बताई जा रहे हैं। गांधी ने कहा कांग्रेस सरकार के वापस आते ही जातिगत जनगणना करवाई जाएगी और हिस्सेदारी के बराबर उन्हें भागीदारी भी दी जाएगी। राहुल गांधी ने कहा की जाति गणना देश का एक्स रे है।
राहुल गांधी ने कहा कि हर युवा कह रहा है कि वह बेरोजगार है, इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके लोग कुली बनने को मजबूर है। बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए गांधी ने कहा कि जहां-जहां बीजेपी की सरकार है। वहां बेरोजगारी चरम पर है। हर युवा बेरोजगार है। युवाओं के पास डिग्री जरूर है लेकिन नौकरी नहीं है। गरीब आज GST देने पर मजबूर है। किसानों को फसल का उचित मूल्य तक नहीं मिल रहा है।
कांग्रेस शासित राज्य छत्तीसगढ़ की तारीफ करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में धान की कीमत बेहतर मिल रही है जबकि मध्य प्रदेश में 18 वर्षों में अच्छी कीमत ना मिलने के कारण अब तक 18000 किसानों द्वारा आत्महत्या कर ली गई है। मध्य प्रदेश और केंद्र सरकार को विधायक सांसद नहीं बल्कि अफसर और उद्योगपति चला रहे हैं।