सीहोर। अनुराग शर्मा।
फंड की कमी के चल ते कई विभाग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। हालत इस कदर बिगड़े हैं कि कर्मचारियों के वेतन के भी लाले पड़े हुए हैं। समय पर वेतन न मिलने के कारण कर्मचारियों का मासिक बजट बिगड़ने लगा है और अब वह कर्ज लेकर परिवार चलाने को मजबूर हैं। बीते दो माह से नगरपालिका कर्मचारियों को मासिक वेतन नही मिला है। कर्मचारियों का कहना की जनवरी और फरवरी माह का वेतन उनके खातों में अभी तक नही आया है। जिसकी वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दो माह से वेतन न मिलने के चलते बीते मंगलवार को लोकनिर्माण विभाग के कर्मचारियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौपा था।
कर्मचारियों में पनप रहा है आक्रोश
जानकारी के मुताबिक सीहोर नगरपालिका में 500 के लगभग स्थाई-अस्थाई कर्मचारियों कार्यरत हैं।
कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें बीते दो माह से वेतन नही मिला है। जनवरी और फरवरी माह का वेतन उन्हें नही दिया गया, जिसके चलते उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। परिवार चलाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भी कर्ज लेकर गुजारा करना पड़ रहा है। सफाई कर्मचारियों का कहना है कि यदि जल्द ही वेतन नही मिला तो वह हड़ताल के लिए बाध्य होंगे। अधिकारी बार बार आश्वासन दे रहे हैं लेकिन वेतन नही मिल रहा है।
इस मामले में सीहोर नगरपालिका अध्यक्ष नमिता विवेक राठौर का कहना है कि संचनालाय नगरीय प्रशासन से अभी फंड रिलीज नही किया गया है। जिसके कारण समस्या उतपन्न हुई है, जल्द ही कर्मचारियो को वेतन मिलेगा।