खाली पड़े खज़ाने को सरकार ने शराब राजस्व से भरने की तैयारी कर ली है। शराब ठेका नवीनीकरण की प्रक्रिया जिले में शुरू हो गई है। वर्तमान ठेकेदार को 25 प्रतिशत राजस्व बढ़ा कर ठेका नवीनीकरण किए जा रहे हैं। जिसका सीधा असर शराब प्रेमियों पर पड़ने वाला है 1 अप्रेल से शराब की कीमतों में बढ़ोत्तरी हो सकती है।
सरकारी खज़ाने में इस वर्ष 180 करोड़ आने की संभावना जताई जा रही है। जिससे सरकार 36 करोड़ रूपए राजस्व का इज़ाफा होगा। ठेका नवीनीकरण प्रक्रिया के तहत शराब दुकानों के लिए आवेदन आना भी शुरू हो गए हैं। जिले की अलग अलग तहसीलों में कुल 57 देशी मदिरा और 14 विदेशी शराब दुकानें हैं। ज्ञात हो कि सीहोर जिले में लम्बे समय से गेंदालाल हजारीलाल फर्म के पास ठेका हैं।
6 मार्च तक चलेगी ठेके नवीनीकरण प्रक्रिया
जानकारी के मुताबिक वर्ष 2019-20 में जिले की कुल 71 शराब दुकानों के ठेका 144 करोड़ रुपए में हुए थे। वर्ष 2020-2021 शराब ठेके नवीनीकरण प्रक्रिया में इस दफा 25 प्रतिशत राजस्व का इज़ाफा किया गया है। जिसके तहत 180 करोड़ रूपए राजस्व आने की संभावना जताई जा रही है। बीते साल की तुलना सरकारी खज़ाने में 36 करोड़ की बढ़ोत्तरी हो सकती है। बताया जा रहा है कि 1 अप्रेल से देशी और अंग्रेजी शराब की कीमतों में बढ़ोत्तरी हो सकती है। 29 फरवरी से 6 मार्च तक नवीनीकरण की प्रक्रिया चलेगी। सहायक आबकारी अधिकारी सीहोर सीके साहू ने बताया कि अभी तक कुल 68 दुकानों के लिए आवेदन आ चुके हैं 3 दुकानें शेष हैं। 6 मार्च तक नवीनीकरण प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी।
ठेकेदार से अब तक वसूला 11 लाख का जुर्माना
जानकारी के अनुसार शराब ठेकेदार पर आबकारी नियमों की अनदेखी करने पर 1319 विभागीय प्रकरण बनाए गए। शराब दुकान सम्बंधित अभिलेख प्रस्तुत नही करने और अनियमितताओ के चलते आबकारी विभाग द्वारा यह कार्यवाही ठेकेदार पर की गई। 1319 प्रकरणों में शराब ठेकेदार से जुर्माने के तौर पर 11 लाख 45 हजार रूपए की राशि वसूल की गई।