आष्टा। मोहम्मद सादिक।
न्यायालय परिसर आष्टा में नेशनल लोकअदालत का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम तहसील विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष सुश्री सरिता वाधवानी अपर जिला न्यायधीश प्रदीप राठौर, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शिवलाल केवट, मजिस्ट्रेट गिरीश कुमार शर्मा, मनोज कुमार भाटी, श्रीमति सारिका भाटी ने मां सरस्वती के प्रतिमा की पूजा एवं माल्यार्पण कर नेशनल लोकअदालत का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विधिक सेवा समिति के अध्यक्षा वाधवानी ने नेशनल लोक अदालत के महत्व को बताते हुए कहा कि लोकअदालत पक्षकारो के बीच भाईचारा कायम रखने का एक उचित माध्यम है। इसमे राजीनामा करने से भविष्य के विवादो से पूर्णतः मुक्ति मिल जाती है। क्योकि लोक अदालत मे राजीनामा करने के उपरांत इस निर्णय की अपील नही होती। और विवाद का हल हो जाता है।लोक अदालत के माध्यम से पक्षकारो को तुरंत राहत मिलती है। तथा प्रकरण दायर करते समय वे जो न्यायशुल्क न्यायालय में जमा करते है वह भी एक प्रक्रिया के उपरांत पक्षकारो के खाते मे वापस प्राप्त हो जाता है। इसलिए लोक अदालत के माध्यम से पक्षकारो को अपने विवाद सुलझा लेना चाहिए ताकि वे अपना जीवन सुख शांति अमन एवं भाईचारे से गुजारे। नेशनल लोक अदालत मे चेक संबंधी 180 मामले का निराकरण हुआ जिसमे 23 मामलो मे राजीनामा हुआ जिसमे 36 पक्षकारो को 1661183 रूपये का लाभ हुआ। इसी प्रकार मोटर एक्सीडेंटल 92 प्रकरण राजीनामा हेतु रखे गए थे जिसमे 11 प्रकरणो में राजीनामा हुआ और 11 पक्षकारो को 3119000 रूपये का लाभ प्राप्त हुआ। बैंक रिकवरी एवं बिजली विभाग के केसो में तथा नगर पालिका एवं अन्य सिविल केसो में भी पक्षकारो के बीच राजीनामें हुए बिजली विभाग के प्रकरणो में 312642 रूपये की रिकवरी हुई। तथा बैक के प्रकरणो में 501138 रूपये की वसूली हुई। इस अवसर पर मध्यप्रदेश लॉ एंड पब्लिक वेलफेयर कांउसिल के जिलाध्यक्ष एडवोकेट धीरज धारवां , अभिभाषक संघ अध्यक्ष वीजेंद्र सिंह ठाकुर , सचिव कुलदीप शर्मा, जेपी शर्मा , भूपेश जामलिया, मनोज शर्मा, एनके सारसिया,जीवनसिंह खजूरिया,राजराणावत,स्टेट बैक के चीफ मैनेजर पंकज बर्वे, कैलाश पवार , निश्चल पंडित,राज पाटिल ,महेंद्र यादव राजकुमार गुप्ता, रामगोपाल अहिरवार,पंकज द्विवेदी, मोना झंवर आदि सहित बड़ी तादाद मे पक्षकार कर्मचारी एवं अधिवक्तागण उपस्थित थे