सीहोर, अनुराग शर्मा। जिले के अहमदपुर के ग्राम पंचायत सचिव की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जिसमें संदिग्ध अवस्था में 3,65,280 रुपए की राशि निकाली गई है। मामला संज्ञान में आते ही पूरे मामले की जांच की गई जिसके बाद पंचायत सचिव रमेश भार्गव को कार्य में लापरवाही बरतने और वित्तीय अनियमितताएं के चलते निलंबित कर दिया गया है।
दरअसल , आज जिला पंचायत सीहोर के द्वारा एक आदेश पारित किया गया, जिसमें ग्राम पंचायत अहमदपुर के सचिव रमेश भार्गव को स्वच्छता अभियान, पुस्तकालय भवन, शमशान शेड आदि के निर्माण कार्यों के लिए 3 लाख 65 हजार 280 का भुगतान किया गया था, वहीं पंचायत सचिव ने निर्माण कार्यों के मटेरियल का भुगतान अपने परिजन के नाम से किया गया, जिसमें वित्तीय अनियमितता करना पाया गया। वहीं अपने पुत्र के नाम पर फर्जी मनरेगा मजदूरी आहरण किया गया , साथ ही राशि का लेखा जोखा भी उनके द्वारा पुस्तकों में दर्ज नहीं किया गया। वहीं जब पूरे मामल में जांच के आदेश दिए गए और जांच शुरु हुई तो उसके लिए पंचायत सचिव ने रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराए। वहीं जांच में कई गंभीर वित्तिय अनियमितताएं पाई गई और अपने कार्यों को भी पंचायत सचिव द्वारा लापरवाही पूर्वक किया गया, इन सभी कारण के चलते जिला पंचायत द्वारा आदेश जारी किया गया , जिसमें पंचायत सचिव रमेश भार्गव को पद से निलंबित कर दिया गया।