MP News : दुर्लभ वन्यप्राणी पेंगोलिन के शिकार एवं तस्करी में फरार स्थाई वारंटी 2 आरोपी गिरफ्तार

बता दें कि इन तस्करों द्वारा पेंगोलिन के स्केल्स मुख्यत: ओडिशा, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश, मध्य प्रदेश से खरीदे जाते हैं तथा उसे असम, मिजोरम, मेघालय के व्यापारी को बेचा जाता है जहां व्यापारियों के द्वारा उसे म्यानमांर (बर्मा) होते हुये चीन भेजा जाता है।

Atul Saxena
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MP News : मध्य प्रदेश पुलिस औ रवन विभाग की संयुक्त टीमों ने दो ऐसे तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है जो दुर्लभ वन्यप्राणी पेंगोलिन के शिकार एवं तस्करी के मामले में फरार चल रहे थे इन दोनों के खिलाफ स्थाई वारंट भी जारी था, दोनों आरोपी बहुत शातिर हैं इनका नेटवर्क चीन सहित कई देशों में फैला हुआ है।

पेंगोलिन के शिकार और तस्करी के दो फरार आरोपी गिरफ्तार 

स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स मध्यप्रदेश क्षेत्रीय इकाई जबलपुर, वनमंडल दक्षिण सिवनी, वनमंडल दक्षिण बालाघाट एवं पुलिस थाना लांजी के द्वारा संयुक्त रूप से घेराबंदी कर कचहरी चौक सिवनी से आमिर हुसैन निवासी सिलचर जिला कछार असम एवं अमूल्य मंडल जिला कूच बिहार पश्चिम बंगाल को गिरफ्तार किया है।

बालाघाट में 2014 में दर्ज किया गया था अपराध  

आपको बता दें कि उक्त आरोपियों के विरुद्ध वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं के अर्न्तगत वनमंडल दक्षिण बालाघाट में वन अपराध प्रकरण क्रमांक 11614/20 दिनांक 20 सितंबर 2014 वन्यप्राणी पेंगोलिन के शिकार व उसके अवयवों की तस्करी के संबंध में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था।

सिवनी में देखे गए आरोपी, एक्टिव हुई फ़ोर्स  

उक्त आरोपी फरार थे तथा इसके विरुद्ध न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी लांजी जिला बालाघाट द्वारा स्थाई गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। जिन्हें स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स द्वारा पकड़ने के लिये लगातार प्रयास किया जा रहा था। स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स मध्य प्रदेश को मुखबिर से 8 मई 2024 को सूचना प्राप्त हुई कि उक्त दोनों आरोपी सिवनी के आसपास मध्य प्रदेश में आये हुये है।

न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी लांजी जिला बालाघाट में पेश किया जायेगा

संयुक्त दल द्वारा कचहरी चौक के पास घेराबंदी कर उक्त हुलिये के संदिग्ध व्यक्ति को रोक कर पूछताछ की गई तो  उन्होंने अपना नाम आमिर हुसैन एवं अमूल्य मंडल बताया, जिन्हें गिरफ्तार कर स्थानीय अमले को सौंपा गया। आरोपियों को न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी लांजी जिला बालाघाट में पेश किया जायेगा।

इन राज्यों में पाए जाते हैं, जहाँ होता है शिकार 

बता दें कि इन तस्करों द्वारा पेंगोलिन के स्केल्स मुख्यत: ओडिशा, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश, मध्य प्रदेश से खरीदे जाते हैं तथा उसे असम, मिजोरम, मेघालय के व्यापारी को बेचा जाता है जहां व्यापारियों के द्वारा उसे म्यानमांर (बर्मा) होते हुये चीन भेजा जाता है।

चीन सहित कई देशों में पेंगोलिन के अवयवों की मांग  

उल्लेखनीय है कि एसटीएसएफ के द्वारा दुर्लभ प्रजाति वन्यप्राणी पेंगोलिन के अवयवों की तस्करी का अतंर्राज्यीय एवं अतंर्राष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। इसमें 197 आरोपियों को देश के 15 राज्यों से गिरफ्तार किया जा चुका है। इंटरपोल द्वारा पेगोंलिन को विश्व में सबसे ज्यादा तस्करी किया जाने वाला स्तनपायी कहा है। वन्यप्राणी पेंगोलिन के अवयवों की तस्करी एशिया एवं अफ्रीका के कई देश से की जाती हैं। इसकी मांग मुख्यत: चीन, म्यामार, थाईलैंड, मलेशिया, हॉगकॉग और वियतनाम आदि देशों में है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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