MP-Half of bridge collapsed on Sheopur-Morena : मध्यप्रदेश के श्योपुर-मुरैना मुख्य मार्ग पर पुल का आधा हिस्सा अचानक ढह गया। घटना शुक्रवार की है, राहत की बात यह है कि हादसे के वक़्त पुल पर कोई नहीं था, पारम नदी पर बना यह पुल डोब गांव के बना है, बताया जा रहा है कि रोजाना करीबन आसपास के 200 गांवों के लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। सूचना मिलने के बाद पुलिस और MPRDC की टीमों ने मौके पर पहुंचकर इस रोड से आवागमन बंद करवा दिया। वही सूचना भी जारी कर दी गई। इस ब्रिज के टूटने से कूनो सेंक्चुरी घूमने जाने वाले टूरिस्ट को भी लंबा रास्ता तय करना होगा। स्थानीय लोगों की माने तो 10 साल पहले गोरस (श्योपुर) से मुरैना को जोड़ने वाले इस मुख्य हाईवे का मरम्मत कार्य करवाया गया था। लेकिन पुराने और जर्जर पुल को सिर्फ मरम्मत करके छोड़ दिया गया, वही मरम्मत के दौरान ठेकेदार ने भी पुल मेंटेनेंस के नाम पर ऊपरी हिस्से पर पुताई करवा दी और उसे ठीक ठाक कर दिया लेकिन अंदरूनी मरम्मत नहीं की। यही वजह रही की अचानक इस पुल का आधा हिस्सा टूटकर नदी में गिर गया।
मुरैना से गोरस होकर श्योपुर हाईवे पर आवागमन बंद
अब पारम नदी पर बना पुल ढह जाने की वजह से मुरैना से गोरस होकर श्योपुर हाईवे पर आवागमन बंद हो गया है। वही सूचना जारी कर दी गई है कि कोई भी वाहन चालक क्षतिग्रस्त पुल को पार न करें, सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची बरगवां थाना पुलिस और MPRDC की टीमों ने पुल के दोनों ओर हाईवे पर बड़े-बड़े पेड़ और पत्थर लगाकर मार्ग को बंद कर दिया है।
पुल टूटने की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी कराहल से वीरपुर, विजयपुर या मुरैना की ओर जाने वाले और वीरपुर से गोरस, कराहल और कूनो सेंक्चुरी घूमने के लिए जाने वाले टूरिस्ट, वाहन चालक और यात्रियों को उठानी पड़ेगी। क्योंकि पुल टूटने की वजह से अब वह कराहल से गोरस होते हुए वीरपुर, विजयपुर नहीं पहुंच सकेंगे। अब इन्हें पहले इस श्योपुर पहुंचना पड़ेगा। इसके बाद करीब 80-90 किलोमीटर लंबा घुमाव लेकर वह संबंधित स्थानों पर पहुंच सकेंगे। ओछापुरा, सिरौनी, वरगवां और इस इलाके के अन्य लोगों को लंबे रास्ते से गुजरना होगा।