सरकारी अस्पताल में झाड़फूंक से सर्पदंश का इलाज, तमाशा देखते रहे डॉक्टर

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श्योपुर।

श्योपुर जिले में सरकारी अस्पताल में सर्पदंश से पीडित व्यक्ति का झाड़-फूंक से उपचार किए जाने का मामला सामने आया है। इस तमाशे को देखने अस्पताल में मौजूद मरीज और अटेंडरों की भीड़ जमा हो गई। यहां तक की अस्पताल के डॉक्टर और अन्य स्टॉफ झाडफूंक करने वाले व्यक्तियों के रोकने की बजाय खुद भी तमाशा देखने में जुट गए।

घटना शहर के जिला अस्पपताल के इमरजेंसी वार्ड की है जहां गुरुवार को खेत पर काम करते समय जहरीले सर्प द्वारा काटे जाने के बाद उपचार करवाने के लिए रामगढ़ का योगेन्द्र सिंह राठौड़ पहुंचा था। इसी दौरान अस्पताल में मौजूद एक हकीम द्वारा उसका इलाज शुरु कर दिया गया। इमरजेंसी वार्ड की स्ट्रिचर पर पड़ा सर्पदंश से पीडित व्यक्ति गला घिरने से परेशान हो रहा था और हकीम हाथ में नीम के पत्ते वाली डाली लिए पीडित व्यक्ति को सिर से लेकर पैरों तक झाड़ा लगाता रहा। यह तमाशा करीब 15 से 20 मिनट तक चलता रहा और मरीज की परेशानी भी बढ़ती गई। इस दौरान जब मीडियाकर्मी अस्पताल में दाखिल हुए और अस्पताल में चल रहे झाड़ फूंक से उपचार को कैमरे में रिकार्ड करने लगे तो हकीम कैमरों पर नजर पड़ते ही वहां से रफू-चक्कर हो गए और लंबे समय से झाड-फूंक का तमाशा देख रहे डॉक्टर पीडित का इलाज करने में जुट गए। 

झाड़-फूंक से इलाज का मामला कैमरे में रिकार्ड हो जाने के बाद डॉक्टर और अन्य स्टॉफ में हडकंप जरुर मच गया लेकिन झाडफूंक करने वाले हकीम महोदय को देखिए वह डॉक्टरों के पास सर्पदंश का कोई इलाज न दिखने की बात कहते हुए बोले कि मेरे नाम से लोग सर्पदंश का इलाज करवाने के लिए आते है, मैंने डॉक्टरों के सामने पीडित का झाड-फूंक से इलाज किया था इस वजह से उसे फायदा मिल गया है।

जिला अस्पताल के सिविल सर्जन और जिले के सीएमएचओ ने मीडिया द्वारा इस मामले की जानकारी मिलने की बात कहते हुए जांच करवाने और झाडफूंक की प्रक्रिया को देखते रहने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की बात कह रहे है।


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