शिवपुरी, मोनू प्रधान। जिले के बैराड़ नगर परिषद में शनिवार की दोपहर पोहरी एसडीएम जेपी गुप्ता और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने औचक छापामार कार्रवाई करते हुए फर्जी डॉक्टरों को मरीजों का इलाज करते हुए पकड़ा। पकड़े गए सभी फर्जी डॉक्टरों का बैराड़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रैपिड एंटीजन किट से कोरोना टेस्ट कराया तो 18 में से 6 झोलाछाप डॉक्टर कोरोना संक्रमित (Corona Positive) निकले। जो लगातार मरीजों का इलाज कर लोगों की जान जोखिम में डाल रहे थे। प्रशासन की इस कार्रवाई के दौरान एक पैथोलॉजिस्ट की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई। सभी झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
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पोहरी एसडीएम जेपी गुप्ता ने बताया कि हमें लगातार सूचना मिल रही थी कि कोरोना कर्फ्यू के दौरान अनुभाग के ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टरों के क्लिनिक पर भारी भीड़ उमड़ रही है। जिससे संक्रमण का खतरा बना हुआ है। शनिवार को बैराड़ में फर्जी डॉक्टरों की क्लीनिक पर कार्रवाई के लिए बैराड़ तहसीलदार विजय शर्मा के नेतृत्व में टीम प्राइवेट क्लीनिकों की जांच करने पहुंची तो यहां कोविड-19 की गाइड लाइन का कतई पालन नहीं किया जा रहा था। मौके पर ही टीम द्वारा प्राइवेट क्लीनिक सील कर दिए गए।
इन फर्जी डॉक्टरों पर हुई कार्रवाई
बैराड़ में झोला छाप डॉक्टरों की जांच करने पर 6 डॉक्टर पॉजिटिव पाए गए, जिनके नाम डॉ. भरत शर्मा, डॉ. मधुराज जादौन, डॉ शिवसिंह धाकड़, डॉ. लखन लाल कुशवाह, डॉ प्रदीप शर्मा, मातादीन (पैथोलॉजी) है। दो फर्जी डॉक्टर सरदार सिंह और महेश शर्मा टेस्ट के समय मौके से भाग गए। पोहरी एसडीएम जेपी गुप्ता ने बताया कि पकड़े गए 6 झोलाछाप डॉक्टर और एक पैथोलॉजिस्ट के खिलाफ बैराड़ थाने में महामारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कराया गया है।