सिंगरौली, डेस्क रिपोर्ट। सिखों के 10वें और अंतिम धर्म गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती रविवार को सिंगरौली गुरुद्वारे में केंद्रीय रूप से मनाई गई। शौर्य, साहस और वीरता के प्रतीक एवं खालसा पंथ के संस्थापक साहब गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के 355वीं प्रकाश पर्व पर सिंगरौली स्थित गुरुद्वारे को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य पर पूर्व में ही गुरुद्वारे साहिब में कार्यक्रम चालू हो गए थे। जिसमें 1 जनवरी से 6 जनवरी तक सुबह प्रभात फेरी निकाली गई। जिसके बाद 7 जनवरी को सुबह 9:00 से श्री अखंड पाठ साहिब आरंभ हुआ इसकी समाप्ति रविवार सुबह 9 बजे गुरुद्वारे में की गई। जिसके बाद प्रकाश पर्व का दीवान सजाया गया और स्थानीय बच्चों द्वारा कीर्तन प्रस्तुत किया गया। साथ ही सिंगरौली के गायक प्रताप सिंह द्वारा शब्द गायन किया गया। तत्पश्चात भाई हरविंदर सिंह अमृतसर पंजाब से पधारे रागी जत्था द्वारा शब्द कीर्तन कर गुरु गोविंद सिंह जी के जीवनी पर प्रकाश डाला।
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गुरुपर्व के दौरान बच्चों का पगड़ी बंधी प्रतियोगिता भी कराई गई, जिसमें प्रथम, द्वितीय, तृतीय बच्चों को गुरुद्वारा कमेटी द्वारा पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का संचालन तरसेम सिंह गिल द्वारा किया गया। कार्यक्रम में स्थानीय बाबा संतोष सिंह द्वारा अरदास कर कार्यक्रम की समाप्ति की गई। इसके बाद सभी ने गुरु का अटूट लंगर ग्रहण किया। जिसमें सिख समाज के अलावा भी क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों समेत भारी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे। केंद्रीय रूप से मनाए जा रहे इस प्रकार पर में सिंगरौली समेत गोरबी, अमलोरी, निगाही, जयंत, बीना रेनूसागर समेत आसपास क्षेत्र से सिख समुदाय के लोग मौजूद थे।