Virtual Darshan: इस इनोवेशन का स्टार्टअप बहुत विशेष है, क्योंकि यह पहला स्टार्टअप होगा जो लोगों को अयोध्या के रामलला के दर्शन कराने का काम करेगा। इस उपलब्धि के साथ, यह स्टार्टअप इंदौर के स्थानीय लोगों के लिए भी एक गर्व का पल है। दरअसल इससे पहले मध्यप्रदेश के उज्जैन में भी यह काम किया जा रहा है। उज्जैन में महाकाल मंदिर के वर्चुअल दर्शन श्रद्धालुओं को करवाए जा रहे है। हालांकि इंदौर का यह इस तरह का पहला इनोवेशन होगा।
क्या है इस स्टार्टअप की वजह?
दरअसल स्टार्टअप के सीईओ ने इस नए प्रोजेक्ट को आरंभ करने के पीछे अपनी दादी को प्रेरणा स्त्रोत बताया है। उनकी दादी ने अयोध्या राम मंदिर के वास्तविक दर्शन करने का इच्छा की थी, लेकिन उनकी मृत्यु हो गई थी, जिससे उन्होंने लोगों को इंदौर में रहते हुए ही इस सुविधा से जोड़ने का निर्णय लिया है। वहीं इसके साथ ही इस स्टार्टअप के सीईओ ने इसे एक महत्वपूर्ण क्षण बताया और उत्साहपूर्ण प्रयास करते हुए इस इनोवेशन को पुरे इंदौर को प्रस्तुत किया है।
वीआर तकनीक के माध्यम से दर्शन की सुविधा
इस इनोवेशन में एक नई तकनीक, वीआर (Virtual Reality), का उपयोग किया गया है। छात्रों ने इस तकनीक का अभ्यास करते हुए कुछ महीनों में ही इस डिवाइस को तैयार कर लिया है। वीआर तकनीक की मदद से लोग अब अपने घरों से ही अयोध्या के रामलला के दर्शन कर सकेंगे और इससे इंदौर को एक नए और आधुनिक दर्शन केंद्र का दर्जा भी मिलेगा।
उपयोगकर्ताओं के लिए और भी सुविधाएं
इस नए प्रयास के तहत, यह इंदौर स्थित स्टार्टअप ने जाने-माने धार्मिक स्थलों के वर्चुअल दर्शन के क्षेत्र में नए द्वार खोले हैं। इस डिवाइस को जॉयस्टिक से चलाया जा सकता है, जिससे श्रद्धालु सीधे रूप से चढ़ाईयों को भी अनुभव कर सकेंगे। इसके साथ ही, भगवान को फूल चढ़ाने की सुविधा भी इसमें शामिल की गई है, जिससे श्रद्धालु अपनी मौजूदगी का अहसास कर सकेंगे।