MP के इस अधिकारी पर चलेगा भ्रष्टाचार का केस, राज्य शासन ने जारी की अनुमति

ग्वालियर, अतुल सक्सेना। भ्रष्ट अधिकारियों (Corrupt Officers)  के खिलाफ सख्त तेवर दिखा रही मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार (शिवराज Government) ने एक और भ्रष्ट अधिकारी (Corrupt Officer) के खिलाफ भ्रष्टाचार (Corruption) के मामले में केस चलाने की अनुमति जारी कर दी है। हालाँकि इस अनुमति को लेने में लोकायुक्त को 7 साल लग गए। 2014 में लोकायुक्त (Lokayukta)ने आबकारी विभाग के उपायुक्त नवल सिंह जामोद (Deputy Commissioner Excise Naval Singh Jamod) के निवास और अन्य  ठिकानों पर छापा मार कर आय से अधिक संपत्ति जब्त की थी। तभी से लोकायुक्त राज्य शासन से लगातार केस चलाने की अनुमति मिलने का इंतजार कर रहा था। खास बात ये है कि उपायुक्त नवल सिंह जामोद (Deputy Commissioner Excise Naval Singh Jamod)  वर्तमान में आबकारी विभाग के मुख्यालय ग्वालियर में पदस्थ हैं और आबकारी आयुक्त ने उन्हें विभाजित अधिकारियों  के विरुद्ध आने वाली भ्रष्टाचार (Corruption) और अनियमितता आदि पर निगरानी की जिम्मेदारी दे रखी है।

मध्यप्रदेश के वाणिज्यिक कर विभाग की प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी ने पिछले दिनों हुए कैबिनेट बैठक के निर्णय के बाद आबकारी उपायुक्त नवल सिंह जामोद (Deputy Commissioner Excise Naval Singh Jamod)  के खिलाफ भ्रष्टाचार केस चलानी की अनुमति जारी कर दी है। शनिवार को जारी चार पेज के आदेश में प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी ने 2014 में मारे गए छापे के बाद से अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी भी दी है।


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....