पांच लोगों की आत्महत्या के मामले में पुलिस का खुलासा, 9 गिरफ्तार

Gaurav Sharma
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टीकमगढ़, आमिर खान

रविवार को जिले के खरगापुर में एक ही परिवार के पांच लोगों के द्वारा की गई आत्महत्या के मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा गठित की गई टीम ने आरोपियों को सुसाइड नोट के आधार पर गिरफ्तार किया है।

दरअसल, 23 अगस्त को खरगापुर के रहने वाले धर्मदास सोनी के साथ चार और लोगों ने आत्महत्या कर ली थी। आरोपियों ने मृतकगणों को उनकी जमीन बेचने के लिए मजबूर किया गया था, जिसके कारण उनको करीबन 16 लाख रुपए का नुकसान हुआ था, जिसके चलते  मृतक गणों ने उक्त लोगों के क्रत्य से और मानसिक रूप से प्रताड़ित होकर पूरे परिवार सहित आत्महत्या कर ली थी।

सूचना मिलते ही उप पुलिस महानिरीक्षक विवेक राज सिंह, जिला दंडाधिकारी सुभाष द्विवेदी, पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे, जिनके द्वारा दिए गए निर्देशानुसार थाना पर तत्काल निरीक्षक सुनील शर्मा, उप निरीक्षक परमात्मा सिंह, उप निरीक्षक राजवीर सिंह यादव और अन्य पुलिसकर्मचारी जांच में जुट गए।

वहीं पुलिस टीम द्वारा घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए और सुसाइड नोट, पीएम रिपोर्ट के मद्देनजर तुरंत कार्रवाई की गई और सामने आए साक्ष्य के आधार पर रामेश्वर जडिया, प्रेम लाल साहू ,विजय सोनी ,अरविंद सोनी, रूपा सोनी ,अजय सोनी, पूजा सोनी, राजेंद्र सोनी एवं कौशल किशोर सोनी को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों को विभिन्ना धारो के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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