Ralamandal Indore : इंदौर का रालामंडल अभयारण्य साल 1989 में बना कर तैयार किया था जो अब पर्यटकों की पसंद बना हुआ है। पहले यहां आने वाले लोगों की संख्या कम थी लेकिन अब काफी ज्यादा लोग यहां घूमने और ट्रैकिंग करने के लिए आया करते है। कोरोना महामारी के बाद से से यहां पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
इसी के साथ रालामंडल वन विभाग की कमाई में भी इजाफा हुआ है। लोगों को रालामंडल पसंद आने लगा है। यहां कई बार हिरण-चीतल, बारहसिंघा और अन्य जानवर भी देखने के लिए मिलते हैं। सबसे अच्छा यहां प्राकृतिक नज़रों के बीच ट्रेकिंग करने का मजा लोगों को आता है। जानकारी के मुताबिक, जहां कोरोना से पहले सालभर में 50 से 60 हजार पर्यटक आते थे। वहीं अब ये संख्या एक लाख 11 हजार 457 पर्यटक पहुंच गई है।
खास बात ये है कि यहां डेढ़ साल में काफी ज्यादा बदलाव भी हुआ है। साथ ही रोजगार भी बढ़ा है। पर्यटकों की सुविधा के लिए खाने पीने की दुकानों के साथ यहां कई चीज़ें उपलब्ध रहती है। दरअसल, रविवार और शनिवार के दिन रालामंडल में सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है। यहां एंट्री आधार कार्ड या कोई आईडी प्रूफ के तौर पर ही दी जाती है। डेढ़ साल में विभाग की कमाई लाखों में पहुंच चुकी है। 2022 में विभाग की 47 लाख 42 हजार रुपए की कमाई हुई।
अभयारण्य की कमाई –
2021 में विभाग की कमाई 28 लाख 1941 रुपए हुई थी
2022 में विभाग की कमाई 47 लाख 42485 रुपए हो गई है
पर्यटकों की संख्या –
2022 में दिसंबर महीने साल भर में रालामंडल घूमने के लिए 1,11,457 लाख लोग पहुंचे पहले ये संख्या 2021 में 82,859 हजार थी।