Mahakal Mandir Ujjain: उज्जैन में जब से महाकाल लोक का निर्माण हुआ है। उसके बाद आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से इजाफा देखा जा रहा है। देश-विदेश से भक्त बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। जल्द ही सावन का महीना शुरू होने वाला है जो इस बार 2 महीने का है। ऐसे में बड़ी संख्या में महाकाल के भक्त उज्जैन पहुंचेंगे। लेकिन यह देखने में आ रहा है कि मंदिर तक पहुंचने के सभी रास्तों में श्रद्धालुओं के लिए बड़ी बाधाएं खड़ी हुई है, जो आवागमन में परेशानी खड़ी करने वाली है।
भक्त कैसे पहुंचे Mahakal Mandir
महाकाल मंदिर पहुंचने के सभी प्रमुख रास्तों पर कुछ ना कुछ काम चल रहा है, जिसके चलते श्रद्धालुओं का आना-जाना बाधित हो रहा है। इंदौर से जो यात्री दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं उन्हें हरि फाटक के बीचो बीच इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद बेगमबाग के नए रास्ते और महाकाल मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर भी यही हालात है। मंदिर के ठीक सामने स्थित सड़क पूरी तरह से खोद दी गई है और वहां पर बालू रेती और गिट्टी का ढेर लगा दिया गया है और चारों तरफ बैरिकेड्स लगे हुए हैं।
7 जगह बैरिकेडिंग
चौबीस खंबा माता के पीछे के रास्ते भी पूरी तरह से बंद है और मंदिर पहुंच मार्ग पर भारी बैरिकेडिंग कर दी गई है। मार्ग इतने ज्यादा जाम है कि श्रद्धालुओं को तो दूर व्यापारियों और स्थानीय लोगों को भी आने जाने में परेशानी हो रही है। एक के बाद एक साथ जगह पर बैरिकेडिंग की गई है जिसके चलते क्षेत्र में जाम लगा रहता है और शनिवार रविवार के दिन यह स्थिति और भी बुरी हो जाती है।
जब्त ट्रक रोड पर खड़े
महाकाल थाना पुलिस ने भी जप्त किए हुए ट्रक को रोड पर खड़ा रखा है और बैरिकेड लगा दिए हैं। मंदिर पहुंच मार्ग पर सुगम यातायात व्यवस्था की जगह बैरिकेडिंग लगाकर मार्गों को बंद कर दिया गया है। जिससे श्रद्धालु बड़ी परेशानी का सामना कर रहे हैं। बाहर से आने वाले श्रद्धालु अक्सर इस असमंजस में रहते हैं कि आखिरकार उन्हें किस रास्ते से मंदिर जाना चाहिए।
वहीं पहले से बाधित मार्ग पर ई रिक्शा चालकों की मनमानी भी देखी जाती है। सवारी मिलने की प्रतिस्पर्धा के बीच वो रास्ते पर जमा हो जाते हैं और जैसे ही सवारी मिलती है, बीच रास्ते पर बैठकर उन्हें बैठाने लगते हैं। जिससे जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है।
बुरी तरह बाधित मंदिर मार्ग
मंदिर पहुंचने के जितने भी मार्ग हैं सभी जगह कोई ना कोई निर्माण कार्य देखा जा रहा है। जिसकी वजह से बैरिकेडिंग की हुई है और श्रद्धालुओं का आने जाने में परेशानी हो रही है। सबसे पहले महाकाल मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार चारों तरफ से बंद है। इसके बाद हरसिद्धि पाल के समीप भी बैरिकेडिंग का रास्ता बंद कर दिया गया है। हरसिद्धि से महाकाल पहुंच मार्ग भी बैरिकेड किया हुआ है। महाकाल थाने के सामने भी बैरिकेड्स का अंबार देखा जा रहा है। मल्हार मार्तंड मंदिर के समीप बैरिकेड्स लगाकर रास्ते बंद कर दिए गए हैं। हरि फाटक से जयसिंहपुर आ जाने वाला मार्ग भी बीच में बंद है और सभी महाकाल पहुंच मार्ग की स्थिति ऐसी ही बनी हुई है। ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि आखिरकार श्रद्धालु किस मार्ग से मंदिर पहुंचे क्योंकि उन्हें हर जगह अव्यवस्था का सामना करना पड़ रहा है।