पुलिस की यह कार्रवाई लगभग 11 घंटे तक चली और 6 गुंडों के मकान ध्वस्त कर दिए गए। अन्य तीन मकान तोड़ने के लिए मुनादी भी कराई गई है। एसपी सचिन शर्मा के निर्देशन में ही सारी कार्रवाई हो रही है और उनका कहना है कि इस तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
उज्जैन पुलिस का Operation Clean
भारी पुलिस बल के साथ चिमनगंज के विराट नगर से गुंडों के मकान तोड़ने की कार्रवाई शुरू की गई थी जो महाकाल क्षेत्र के लोहे का पुल पर जाकर खत्म हुई। जब लोगों ने पुलिस फोर्स के साथ डीजे और ढोल वालों को देखा तो हर कोई हैरान था कि आखिरकार हो क्या रहा है। पुलिस जिस एरिया में जा रही थी वहां पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो रही थी।
इस बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि नगर निगम की टीम की सहायता से 6 मकानों को ध्वस्त किया गया है, जो बदमाशों के अतिक्रमण थे। इसके अलावा महाकाल क्षेत्र में तीन और मकानों को तोड़ना है जिनके लिए नोटिस देकर मुनादी करा दी गई है।
जेसीबी नहीं तो ड्रिल मशीन
पुलिस अपनी कार्रवाई करते हुए जब विराटनगर पहुंची तो यहां पर नाहरू पठान की गली में जेसीबी जाने की जगह नहीं थी। यह देखकर अमले ने ड्रिल मशीन बुलवाई और मकान की दीवारों को ध्वस्त कर दिया। चिमनगंज क्षेत्र के विराटनगर में नईम काला का मकान भी तोड़ा गया है, जिस पर 21 अपराध दर्ज है। इसके अलावा पुलिस ने महाकाल थाना क्षेत्र बेगम बाग समेत अलग-अलग क्षेत्रों में रहने वाले बदमाशों के मकानों की मुनादी करवाकर इन्हें ध्वस्त कर दिया।
दुष्कर्मी का मकान ध्वस्त
अभी तक बदमाशों के मकान पुलिस द्वारा तोड़ने की कार्रवाई लगातार की जा रही है,लेकिन यह पहली बार हुआ जब बच्ची को दुष्कर्म का शिकार बनाने वाले आरोपी का मकान भी नेस्तनाबूद कर दिया गया। इस आरोपी ने चॉकलेट के बहाने बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाया था, इसका कोई पुराना रिकॉर्ड नहीं था लेकिन बच्ची के साथ किए गए घिनौने कृत्य के चलती है कार्रवाई की गई है। पुलिस ने जो कार्रवाई की है उसका सीधा-सीधा संदेश यह है कि या तो अपराधों पर लगाम लगा लिया जाए या फिर अपना आशियाना खोने के साथ अपराधी जेल की हवा खाएं।