Ujjain News: सावन और भादो के महीने में बाबा महाकाल पालकी में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने के लिए निकलते हैं। महाकाल मंदिर से शुरू होकर यह सवारी शहर के प्रमुख मार्गो से होती हुई रामघाट पहुंचती है। जहां शिप्रा जल से बाबा के पूजन अर्चन के पश्चात सवारी पुनः मंदिर के लिए प्रस्थान करती है। इस बार 4 जुलाई से श्रवण का महीना शुरू हो जाएगा और बाबा महाकाल अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए 10 जुलाई को चांदी की पालकी में सवार होकर निकलेंगे।
उज्जैन नगर निगम ने कसी कमर
इस बार अधिक मास होने के चलते सवारियों की संख्या 10 है। इसी के चलते व्यवस्थाओं को देखते हुए नगर निगम ने भी कमर कस ली है। कलेक्टर और एसपी द्वारा सवारी मार्ग में मौजूद जर्जर भवनों को गिराने के आदेश मिलने के बाद अब नगर निगम द्वारा कार्रवाई शुरू कर दी गई।