Ujjain पुलिस को मिली सफलता, चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले 1 आरोपी को किया गिरफ्तार

पुलिस को शनिवार, 7 अप्रैल को एक मुखबिर से सूचना मिली थी कि गांव का एक शख्स रोजाना ढाबे पर शराब पीते हुए हजारों से रुपए खर्च करता है।

Shashank Baranwal
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mandsaur News

Ujjain News: मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं उसके पास से बरामद सामान को जब्त कर लिया गया है। साथ ही पुलिस ने आरोपी से चोरी के संबंध में पूछताछ शुरू कर दी है।

ये है पूरा मामला

पुलिस के मुताबिक उज्जैन के बड़नगर थाने के अंतर्गत गांव रावदिया कला में करीब डेढ़ महीने पहले 23 फरवरी को गांव के निवासी उदय नारायण सिंह अपनी पत्नी और बेटियों को बस के लिए छोड़ने गए थे। वहीं जब वो लौटकर घर आए तो उनको अपने घर का दरवाज टूटा हुआ मिला। इसके अलावा घर के सामान बिखरे और पेटी का ताला टूटा हुआ मिली। दरअसल, सूने घर का फायदा उठाकर आरोपी ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। इस दौरान चोर ने 15 हजार की नकदी समेत करीब चार लाख कीमत के जेवर पर हाथ साफ किया था।

मुखबिर से मिली सूचना

पुलिस को शनिवार, 7 अप्रैल को एक मुखबिर से सूचना मिली थी कि गांव का एक शख्स रोजाना ढाबे पर शराब पीते हुए हजारों से रुपए खर्च करता है। वहीं सूचना के आधार पर पुलिस ने वीरेंद्र उर्फ गोलू पिता साहेब सिंह गोहिल उम्र 30 साल को हिरासत में ले लिया। कड़ाई से पूछताछ करने आरोपी ने चोरी की वारदात को कुबूल किया। इस दौरान उसने पुलिस को बताया कि नकदी को खर्च करने के बाद उसने कुछ गहनों को गिरवी पर रखकर दिया था। हालांकि पुलिस ने उसके पास से चोरी हुए कुछ जेवर और 12 हजार रुपए की नकदी बरामद की है।


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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