उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। कभी कभी फिल्मी कहानी असल जिंदगी में भी सामने आती है, अनिल कपूर की फिल्म लोफर में वह जेल में रहकर चुनाव जीत जाते हैं। लेकिन फिल्म लोफर का यह दृश्य उज्जैन जिले की बड़नगर की एक ग्राम पंचायत में सरपंच चुनाव में देखने को मिला। उज्जैन जिले की बड़नगर तहसील के गांव झलारिया पंचायत में एक प्रत्याशी ने जेल में रहते हुए चुनाव जीता है। इस पंचायत में त्रिकोणीय मुकाबला था। इसमें एक प्रत्याशी अनवर कप्तान गत 4 जून से एक मामले में जेल में बंद है, लेकिन उनके पिछले कार्यकाल को देखते हुए जनता से उन्हें ही अपनी पंचायत का सरपंच चुनते हुए भारी बहुमतों से जीत दिलाई।
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अनवर राज्य स्तर पर कबड्डी प्रतियोगिता खिलाड़ी है। अनवर के नेतृत्व में गांव की टीम ने भाग लेकर प्रतियोगिता जीती थी। इस प्रतियोगिता के बाद सात साल पहले अनवर ने चुनाव लड़ा था। चूंकि कबड्डी में पंचायत का नाम रोशन करने से अनवर के प्रति ग्रामीणों में सहानुभूति थी। इसलिए उन्होंने पहला चुनाव जीता। अपने कार्यकाल के दौरान अनवर ने गांव में कई विकास कार्य कराएं, जिससे ग्रामीणों का अनवर के प्रति विश्वास और बढ़ गया। अनवर ने कोरोना महामारी में ग्राम में सेवा कार्य किए । गत 4 जून को किसी मामले में वे जेल चले गया लेकिन चूंकि ग्रामीणों की सहानुभूति साथ थी। ऐसे में जेल में रहते हुए चुनाव लड़ा, गांव में अनवर के परिजनों ने उनके पक्ष में प्रचार-प्रसार किया। शनिवार देर रात हुए परिणाम में अनवर 81 वोट से सरपंच चुनाव जीत गए। बड़नगर की मौलाना उप जेल के जेलर महेंद्र सिंह रघुवंशी ने फोन पर बताया कि चुनाव के दौरान अनवर 1 दिन भी जेल से बाहर नहीं गया अनवर एक पुराने विचाराधीन मामले में जेल में बंद है ।