भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। बीते दिनों आईएएस अशोक शाह (IAS Ashok Shah) ने एक विवादित बयान देकर हंगामा खड़ा कर दिया था। कांग्रेस के साथ बीजेपी नेता भी उनके इस बयान पर विरोध जताते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसी बीच विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम (Girish Gautam) ने भी उन पर तंज कसते हुए बहुत सी बातें कही है।
मीडिया से बात करते हुए विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम यह कहते नजर आए कि मालूम करना चाहिए कि वो कहीं पश्चिमी देशों से तो नहीं आए हैं। भारतीय संस्कृति को समझने की जरूरत है। संस्कृति, संस्कारों और परंपरा के मेल को कहा जाता है। भारतीय दर्शन में तीन चीजें है विकृत, संस्कृति और प्रकृति। प्रकृति ये है कि हमको शोषण नहीं करना है बल्कि दोहन करना है। इस दौरान उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि गाय का दूध निकालने के बाद उसे वापस छोड़ देना सही है, क्योंकि 6 घंटे बाद वो फिर दूध देगी। विकृत ये है कि आपको कुछ ना मिले, भले ही हमारे हाथ भी कुछ ना आए। संस्कृति ये है कि पहले आप प्राप्त कर लें उसके बाद जो बचा है वो हम ले लेंगे। क्योंकि हम वासुदेव कुंटुबकम और अतिथि देवों भव वाली संस्कृति के लोग है। ये बहुत जरूरी है कि भारतीय संस्कृति को ध्यान में रखा जाए। इसलिए मैंने ये कहा है कि ये पूछिए कि कहीं पश्चिमी देशों से तो नहीं आए हैं जो बोल रहे हैं कि माताएं बच्चों को दूध नहीं पिलाती हैं। क्योंकि वहां नहीं पिलाती, हमारी और उनकी संस्कृति अलग है।
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बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj) की उपस्थिति में आईएएस अशोक शाह ने एक बयान दिया था जिसमें उन्होने महिलाओं में स्तनपान की बढ़ोत्तरी के पीछे सरकार की एक योजना का हवाला दिया था। महिला बाल विकास विभाग के लाड़ली लक्ष्मी योजना कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे। इसी कार्यक्रम में विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अशोक शाह ने मंच से कहा कि दरअसल मध्यप्रदेश में अपनी बेटियों को दूध पिलाने वाली मांओं की संख्या काफी कम थी, जो अब योजना प्रारंभ होने के बाद बढ़ गई हैं। उन्होने कहा कि साल 2005 में सिर्फ 15 प्रतिशत माएं अपनी बेटियों को दूध पिलाती थीं और योजना के बाद आज ये आंकड़ा 42 प्रतिशत हो गया है।
इस मामले ने कांग्रेस ने विरोध दर्ज करते हुए अशोक शाह पर कार्रवाई नहीं किए जाने पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस की मीडिया उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने अशोक शाह को पत्र लिखकर उनसे कुछ सवाल पूछते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा है। इसके पहले कांग्रेस के मीडिया प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा भी उनके इस बयान पर आपत्ति दर्ज करवा चुके हैं। इतना ही नहीं उमा भारती, कुसुम महदले, रंजना बघेल ने भी इस बयान की निंदा की है।