Navratri 2023 : मध्यप्रदेश टूरिज्म में देवी मां के कई सारे प्रसिद्ध मंदिर मौजूद है। जहां नवरात्रि के दौरान भक्तों का तांता देखने को मिलता है। इन्हीं में से एक मंदिर मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा पर मौजूद 125 फीट ऊंची पहाड़ी पर है। उस मंदिर की मान्यता काफी ज्यादा है। दूर-दूर से भक्त यहां माता के दर्शन करने के लिए आते हैं।
ऐसी है मंदिर की मान्यता
आपको बता दे, 125 फीट ऊंची पहाड़ी पर मां इच्छादेवी विराजमान है जो भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करती हैं। खास बात ये है कि मां इच्छादेवी जिन भी भक्तों को संतान प्राप्ति नहीं होती है उनकी इच्छा पूरी करती है। कहा जाता है कि एक बार मराठा सूबेदार ने मां के सामने संतान प्राप्ति की इच्छा जताई थी जिसके बाद उन्हें पुत्र रतन की प्राप्ति हुई। उसके बाद उन्होंने ही पहाड़ी पर विराजीं स्वयंभू मां इच्छादेवी के मंदिर का निर्माण करवाया। तभी से इस मंदिर की मान्यता काफी ज्यादा है।
Navratri में लगता है भक्तों का तांता
ये मंदिर 500 साल पुराना है। यहां नवरात्रि के दौरान आस्था का मेला लगता है। दूर-दूर से भक्त अपनी मनोकामना लेकर मंदिर में माता के दर्शन करने के लिए आते हैं। हर साल करीब लाखों लोग नवरात्रि के दौरान माता के दर्शन करते हैं। सबसे ज्यादा सप्तमी से नौवीं के बीच भक्तों की संख्या देखने को मिलती है। मंदिर का इतिहास भी काफी ज्यादा प्राचीन है। आप भी इस मंदिर में मां के दर्शन करने के लिए जा सकते हैं। ये मध्यप्रदेश के बुरहानपुर से कुछ किमी दूर है।
ऐसा है इतिहास
मंदिर का निर्माण मराठा सूबेदार ने करवाया था। मां से मांगी गई पुत्र प्राप्ति की मन्नत पूरी होने पर उन्होंने पहाड़ी पर विराजीं स्वयंभू मां इच्छादेवी का मंदिर बनवाया। बता दे, मां इच्छादेवी के भक्तों में तत्कालीन मराठा, अंग्रेज व अन्य शासक भी रहे हैं। ये मंदिर इच्छापुर गांव में मौजूद है। यहां लोगों के विवाह भी करवाए जाते हैं। इसको लेकर मंदिर ट्रस्ट द्वारा कई सुविधाएं प्रदान की जाती है। आने वाले समय में इस मंदिर को देवी लोक के रूप में बनाए जाने की योजना है।