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Fri, Dec 5, 2025

नोटशीट और चैक पर हस्ताक्षर करने ली घूस,सहकारिता विभाग की प्रशासक को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा

Written by:Atul Saxena
लोकायुक्त की इस कार्रवाई के बाद सहकारिता विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। अब विभागीय स्तर पर हिमांगिनी शर्मा के पिछले कार्यकाल से जुड़े अन्य प्रकरणों की भी जांच की संभावना जताई जा रही है।
नोटशीट और चैक पर हस्ताक्षर करने ली घूस,सहकारिता विभाग की प्रशासक को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा

लोकायुक्त पुलिस उज्जैन की टीम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आज मंदसौर में सहकारिता विभाग में बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रशासक (सहायक प्रबंधक) हिमांगिनी शर्मा को 15,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। कार्रवाई कार्यालय जिला थोक उपभोक्ता सहकारी भंडार, कालाखेत मंदसौर में की गई।

उज्जैन लोकायुक्त एसपी कार्यालय के मुताबिक आवेदक  प्रभुलाल धनगर निवासी मंदसौर ने  22 सितंबर 2025 को पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन आनंद यादव को शिकायत दी थी कि प्रशासक, सहायक प्रबंधक जिला थोक उपभोक्ता सहकारी भंडार कालाखेत द्वारा उनकी संस्था के संचालन से संबंधित स्टेशनरी खरीदने के लिए बनाई गई नोटशीट एवं चेक पर हस्ताक्षर करने के बदले 30,000/- रुपये की रिश्वत की मांग रही हैं।

हिमांगिनी शर्मा रिश्वत लेते गिरफ्तार 

शिकायत के बाद एसपी के निर्देश पर सत्यापन कराया गया, शिकायत की जांच के दौरान हिमांगिनी शर्मा द्वारा रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि हो गई, पुष्टि होते ही लोकायुक्त टीम ने योजना बनाकर आज ट्रैप प्लान किया और आज 8 अक्टूबर को हिमांगिनी शर्मा को उनके कार्यालय जिला थोक उपभोक्ता सहकारी भंडार कालाखेत मंदसौर में 15,000/- रुपये  की पहली किस्त लेते रंगे हाथों पकड़ लिया।

 लोकायुक्त पुलिस उज्जैन ने दर्ज किया मामला  

लोकायुक्त टीम ने हिमांगिनी शर्मा के पास से रिश्वत की रकम बरामद कर पंचनामा तैयार किया और आगे की पूछताछ के लिए उसे हिरासत में ले लिया, लोकायुक्त पुलिस उज्जैन की टीम ने आरोपी हिमांगिनी शर्मा, प्रशासक, सहायक प्रबंधक जिला थोक उपभोक्ता सहकारी भंडार कालाखेत के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज किया है।

पूर्व विधायक भी कर चुके भ्रष्टाचार की शिकायत 

गौरतलब है कि हिमांगिनी शर्मा पूर्व में भी विवादों और भ्रष्टाचार के आरोपों में सुर्खियों में रही हैं। वे सुवासरा सहकारिता सोसायटी के एक पुराने मामले में भी जांच अधिकारी रही हैं, जहां भ्रष्टाचार के आरोप में एक ऑडिटर को निलंबित कर भोपाल अटैच किया गया था। पूर्व विधायक देवीलाल धाकड़ ने भी अपने कार्यकाल के दौरान हिमांगिनी शर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार संबंधी शिकायतें की थीं।

विभाग में बुलेट मैडम के नाम से है पहचान

विभागीय सूत्रों के मुताबिक, वह मूल रूप से जावद (जिला नीमच) की रहने वाली हैं और विभाग में उन्हें “बुलेट मैडम” के नाम से जाना जाता है। लोकायुक्त की इस कार्रवाई के बाद सहकारिता विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। अब विभागीय स्तर पर उनके पिछले कार्यकाल से जुड़े अन्य प्रकरणों की भी जांच की संभावना जताई जा रही है।

कमलेश सारड़ा की रिपोर्ट