ये सत्य-असत्य का चुनाव है, हाथ का बटन इतनी ज़ोर से दबाना की इसकी आवाज़ जयपुर तक सुनाई दे – सचिन पायलट

Gaurav Sharma
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sachin pilot in dabra

डबरा, सलिल श्रीवास्तव। डबरा में आज कांग्रेस प्रत्यासी सुरेश राजे के समर्थन में एक जनसभा का आयोजन बसस्टैंड पर किया गया जिसमें राजस्थान के पूर्व उपमुख्य मंत्री सचिन पायलट मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।इस अवसर पर जनसभा को सम्बोधित करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि हम सब जानते है कि चुनाव क्यू हो रहे है। कांग्रेस ने हमेशा जनादेश का सम्मान किया पर मध्यप्रदेश में किसानो के साथ धोखा हुआ है।

कांग्रेस की सरकार बनी पर शिवराज सिंह चौहान पिछले दरवाज़े से सत्ता में आ गये।आज लोग जवाब माँग रहे है। उन्हें खाद बीज की चिंता नही सरकार बनाने की चिंता है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव सत्य असत्य का चुनाव है और धर्म अधर्म का चुनाव है। जिस मेहनत से कार्यकर्ता काम कर रहे है जिस तरह से लोगों की भीड़ जुट रही है उससे तय है कि कांग्रेस की सरकार बनने वाली है। उन्होंने कहा कि मेने कभी अपनी बात रखने में संकोच नहीं किया है।

हर बात दमदारी से रखी इस चुनाव में तेरा मेरा भुल कर सबको साथ रहकर कार्य करना है। राजनीति में सब चलता है। डबरा में हाथ का बटन इतनी ज़ोर से दबाना की मुझे उसकी आवाज़ जयपुर में सुनाई पड़े। सचिन पायलट ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सुरेश राजे को विजयी बनाये।

 

कार्यक्रम को कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे ने सम्बोधित करते हुए कहा कि यह उपचुनाव सुरेश नहीं मेरे क्षेत्र की जनता मेरे लिये लड़ रही है। इसलिये तीन तारीख़ को मेरे हाथ को मज़बूत बनाये। कार्यक्रम में पूर्व आचर्य प्रमोद कृष्णन, पूर्व मंत्री लाखन सिंह, पूर्व मंत्री विजय लक्ष्मी साधो,ग्रामीण ज़िलाध्यक्ष अशोक सिंह,पूर्ब सांसद रामसेवक सिंह बाबूजी,रंग़नाथ तिवारी,सुलतान सिंह रावत,सूबेदार विजोल,केशव बघेल,गुलाब सिंह रावत,व्रंदावन कोरी,कोमल साहू,राकेश रावत,जितेंद्र गुर्जर,दिव्यांक दुबे,जयप्रकाश शर्मा,नीरज यादव,रवि गुर्जर सहित सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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