Indian States With Two Capitals : भारत अपनी अनूठी संस्कृति के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। यहां की अनोखी परंपराएं, खान-पान, जीवन शैली, पहनावा, मौसम आदि लोगों को बहुत पसंद आते हैं। यह देश न केवल क्षेत्रफल के लिहाज से बड़ा है, बल्कि दुनिया का सातवां सबसे बड़ा देश भी है। घूमने-फिरने के लिए यहां हर राज्य में अलग-अलग टूरिस्ट स्पॉट हैं, जिनका अपना अलग महत्व है।
सालभर यहां पर्यटकों की भीड़ देखी जा सकती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत के कुछ राज्यों की एक नहीं बल्कि दो-दो राजधानियां हैं।
राज्य जिनकी हैं 2 राजधानियां
जी हां, ब्लिकुल सही पढ़ा आपने! भारत में ऐसे तीन राज्य हैं जिनकी दो-दो राजधानियां हैं। इस तथ्य के बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है। प्रतियोगी परीक्षाओं में इस प्रकार के सवाल पूछे जाते हैं और आम लोगों के लिए भी यह जानकारी रखना जरुरी है। इन राज्यों की दो राजधानियां होने का कारण उनके इतिहास और भौगोलिक परिस्थितियों से जुड़ा है। दरअसल, जिन तीन राज्यों की हम बात कर रहे हैं, उनके नाम जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड हैं। इन राज्यों की राजधानियां छह महीने के अंतराल में बदल जाती हैं।
जम्मू कश्मीर
जम्मू कश्मीर भारत का उत्तरी राज्य है, जो खूबसूरत वादियों और समृद्ध संस्कृति के लिए पूरी दुनिया में फेमस है। इस राज्य की खासियत है कि यहां की राजधानी साल में 2 बार बदलती है। गर्मियों में यहां की राजधानी श्रीनगर होती है, तो सर्दियों में यहां की राजधानी जम्मू हो जाती है। कश्मीर घाटी में आप यहां के सुंदर झीलों, मुगल गार्डन और हाउसबोट का लुफ्त उठा सकते हैं, तो वहीं गर्मियों में यहां का मौसम काफी सुहावना और ठंडा रहता है।
हिमाचल प्रदेश
अब बात करते हैं हिमाचल प्रदेश की, तो यहां की खूबसूरत पहाड़ियां और शांत वातावरण सैलानियों को काफी ज्यादा पसंद आते हैं। गर्मियों में यह टूरिस्ट के फेवरेट टॉप प्लेसिस की लिस्ट में शामिल होती है। गर्मियों में इस राज्य की राजधानी शिमला होती है, तो वहीं सर्दियों में इस राज्य की राजधानी धर्मशाला बनती है, जो कांगड़ा जिले में स्थित है। हिमाचल प्रदेश की दो राजधानियां रखने का कारण यह है कि सर्दी के मौसम में यहां भारी बर्फबारी होती है। जिस कारण शिमला से संपर्क टूट जाता है, इसलिए धर्मशाला को राजधानी बना दिया जाता है।
उत्तराखंड
उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है। इस राज्य की भी दो राजधानियां है। गर्मी के मौसम में गैरसैंण यहां की राजधानी होती है, तो वहीं सर्दियों में देहरादून यहां की राजधानी बन जाती है। यहां सालों भर श्रद्धालु तीर्थ स्थान के दर्शन करने पहुंचते हैं। गंगा नदी में स्नान करके खुद को पवित्र करते हैं। सावन के महीने में यहां कावड़ियों की काफी ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है।