Employees Fitment Factor Hike : लोकसभा चुनाव से पहले केंद्रीय कर्मचारियों पेंशनरों को गुड न्यूज मिल सकती है। खबर है कि होली से पहले कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 4 फीसदी वृद्धि के अलावा केन्द्र की मोदी सरकार फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाने पर भी कोई अहम फैसला ले सकती है। फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाकर 3.00 या 3.68 फीसदी किया जा सकता है, जिससे बेसिक सैलरी 18000 से बढकर 21000 या 26000 होने की उम्मीद है। हालांकि अभी इस संबंध में कोई अधिकारिक बयान या पुष्टि नहीं की गई है।
2.57 से बढ़कर 3.68 फीसदी हो सकता है फिटमेंट फैक्टर
दरअसल, वर्तमान में केन्द्रीय कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर 2.57 है और बेसिक सैलरी 18000 है। लंबे समय से केन्द्र के कर्मचारी फिटमेंट फैक्टर को 3.68 तक बढ़ाने की मांग कर रहे है, ऐसे में माना जा रहा है कि डीए एरियर, पुरानी और 8वें वेतन आयोग की उठती मांग के बीच मोदी सरकार फिटमेंट फैक्टर को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकती है। लोकसभा चुनाव को देखते हुए सरकार 7वें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर 3.00 या फिर 3.68 फीसदी करने पर विचार कर सकती है। अगर ऐसा हुआ तो बेसिक सैलरी में 6000 से 8000 का इजाफा होगा और बेसिक सैलरी 18000 से बढकर 21000 या 26000 हो जाएगी।
बेसिक सैलरी में कितना होगा इजाफा?
- उदाहरण के तौर पर-यदि किसी केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपए है, तो भत्तों को छोड़कर उसकी सैलरी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपए का लाभ होगा।3.68 होने पर सैलरी 95,680 रुपये (26000 X 3.68 = 95,680) हो जाएगी यानि सैलरी में 49,420 रुपए लाभ मिलेगा।
- 3 गुना फिटमेंट फैक्टर होने पर कर्मचारियों की सैलरी 21000 X 3 = 63,000 रुपये होगी।अगर किसी कर्मचारी को 15500 रुपये बतौर बेसिक पे मिल रहे हैं तो उसकी सैलरी 15,500*2.57 या फिर 39,835 रुपये होगी। ।हालांकि अभी अधिकारिक पुष्टि होना बाकी है।
आखिरी बार 2016 में बढ़ा था फिटमेंट फैक्टर
इससे पहले सरकार ने 2016 में फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाया था और इसी साल से 7th pay commission को भी लागू किया गया था, जिसके बाद कर्मचारियों बेसिक सैलरी 6000 से बढ़कर 18,000 हो गई थी। फिटमेंट फैक्टर का केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में अहम रोल होता है 7वें वेतन आयोग में जो Pay matrix बने है वे Fitment factor पर बेस्ड हैं। फिटमेंट फैक्टर एक कॉमन वैल्यू होती है, जिसे कर्मचारियों की बेसिक पे से गुणा किया जाता है और इसी से उनकी सैलरी कैलकुलेट की जाती है।इससे वेतन में करीब ढाई गुना से अधिक की वृद्धि होती है।