नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। 7th pay commission: केंद्रीय कर्मचारियों-पेंशनरों (Central government employees) के लिए बड़ी खबर है। फिटमेंट फैक्टर पर एक बार फिर ताजा अपडेट आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केन्द्रीय कर्मचारियों को फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा, खजाने पर बढ़ते भार के चलते 2022 में मोदी सरकार फिटमेंट फैक्टर बढ़ाने के मूड में नहीं है, हालांकि पहले खबर आ रही थी कि इस पर जल्द विचार किया जा सकता है।हालांकि अभी तक इस संबंध में सरकार की तरफ से कोई अधिकारिक बयान या पुष्टी नहीं की गई है।
दरअसल, वर्तमान में केन्द्रीय कर्मचारियों को 2.57 फीसदी फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor 3.68 hike) मिल रहा है और लंबे समय से कर्मचारी इसे 3.68 फीसदी करने की मांग कर रहे है ताकी न्यूनतम वेतन में 8000 की वृद्धि हो सके। पहले कहा जा रहा था कि इस पर जल्द विचार किया जा सकता है, लेकिन ताजा मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बीते 2 सालों की परिस्थितियों और दिनों दिन बढ़ी महंगाई के कारण राजस्व पर बड़ा असर पड़ा है और अभी मोदी सरकार फिर कोई अतिरिक्त वित्तीय बोझ बढ़ाने की स्थिति में नहीं है।
यदि आने वाले दिनों में सरकार (Modi Government) इस पर विचार करती है और फिटमेंट फैक्टर बढ़ता है तो बेसिक सैलरी 18000 से 26000 हो जाएगी। इसका लाभ 52 लाख कर्मचारियों को मिलेगा। वही सुत्रों की मानें तो सरकार नया फॉर्मूला लाने की तैयारी में है, जिससे समय समय पर कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाई जा सके। इससे पहले 2016 में फिटमेंट फैक्टर बढ़ाया गया था और न्यूनतम बेसिक सैलरी 6,000 रुपये से बढ़ाकर 18,000 रुपये की गई थी।
बता दे कि फिटमेंट फैक्टर का कर्मचारियों की सैलरी में अहम रोल माना जाता है, इससे बेसिक सैलरी तय होती है और भत्ता भी अपने आप बढ़ जाता है।मोटे तोर पर कहे तो इससे सैलरी में ढ़ाई गुना तक इजाफा देखने को मिलता है। वही जून 2017 में 34 संशोधनों के साथ सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को मंजूरी के बाद एंट्री लेवल बेसिक पे 7,000 रुपये प्रति माह से बढ़ाकर 18,000 रुपये किया गया, जबकि उच्चतम स्तर यानी सचिव को 90,000 रुपये से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये किया गया था।
कैसे तय होता है फिटमेंट फैक्टर
- कर्मचारी की बेसिक सैलरी को 7वें वेतन आयोग के फिटमेंट फैक्टर 2.57 से गुणा करके निकाला जाता है।
- अगर फिटमेंट फैक्टर को 2.57 गुना से बढ़ाकर 3.68 गुना किया जाता है तो बेसिक सैलरी में 8000 का लाभ मिलेगा और यह 18000 से बढ़कर 26000 हो जाएगी।
- उदाहरण के तौर पर, यदि किसी केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपए है, तो भत्तों को छोड़कर उसकी सैलरी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपए का लाभ होगा।वही 3.68 होने पर सैलरी 95,680 रुपये (26000X3.68 = 95,680) हो जाएगी यानि सैलरी में 49,420 रुपए लाभ मिलेगा।अगर इसे बढ़ाकर 3 किया जाता है तो बेसिक सैलरी 21000 रुपए होगी।