7th Pay Commission, Salary Hike, Basic Salary Hike : केंद्रीय कर्मचारियों को जल्द बड़ा तोहफा मिल सकता है। दरअसल एक तरफ जहां के महंगाई भत्ते में 3 से 4 फीसद की वृद्धि की जा सकती है। वहीं उनके बेसिक सैलरी में भी इजाफा देखने को मिल सकता है। केंद्र सरकार कर्मचारियों की फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाने पर महत्वपूर्ण विचार कर सकती है। मोदी सरकार द्वारा यदि फिटमेंट फैक्टर की दरों में संशोधन किया जाता है तो इसका लाभ 52 लाख कर्मचारियों को होगा। वही कर्मचारियों की बेसिक सैलरी ₹8000 का इजाफा देखा जाएगा।
महंगाई भत्ते में 3 से 4 फीसद की वृद्धि जल्द
केंद्र सरकार द्वारा जुलाई छमाही के लिए महंगाई भत्ते में 3 से 4 फीसद की वृद्धि की जा सकती है। इसके साथ ही कर्मचारियों के महंगाई भत्ते 42% से बढ़कर 45 या 46% हो सकते हैं। वर्तमान में केंद्रीय कर्मचारी सहित पेंशन भोगियों को 42% की दर से महंगाई भत्ता और महंगाई राहत का लाभ दिया जा रहा है।
फिटमेंट फैक्टर पर कोई महत्वपूर्ण फैसला संभव
दूसरी तरफ केंद्र सरकार कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में भी इजाफा कर सकती है। फिलहाल आठवी वेतन आयोग को लेकर सरकार के पास किसी भी तरह का प्रस्ताव लंबित नहीं है। वहीं वर्तमान में फिटमेंट फैक्टर 2.57 गुना है। लंबे समय से केंद्रीय कर्मचारी फिटमेंट फैक्टर 3.68% तक बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। यदि ऐसा होता है तो कर्मचारियों के बेसिक सैलरी के लिए फिटमेंट फैक्टर को 3.68 गुना तक बढ़ाया जा सकता है। हालांकि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 2023 या 2024 में चुनाव से पहले मोदी सरकार फिटमेंट फैक्टर पर कोई महत्वपूर्ण फैसला ले सकती है। फिलहाल इस पर किसी भी तरह की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
बेसिक सैलरी 18000 से बढ़कर 21000 या 26000 हो सकती है
पेट में चढ़ते को यदि 3.68 गुना से बढ़ाया जाता है तो कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 18000 से बढ़कर 21000 या 26000 हो सकती है। दरअसल मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सरकार फिटमेंट फैक्टर को 3 गुना तक बढ़ा सकती है। इसके लिए घोषणा 2024 में संभव है वहीं फिटमेंट फैक्टर को 2026 से लागू किया जा सकता है।
ज्ञात हो कि इससे पहले 2016 में सातवें वेतन आयोग के गठन के साथ ही फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाया गया था। सातवें वेतन आयोग को लागू करने के साथ ही कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी ₹6000 से बढ़ाकर ₹18000 की गई थी। इसके साथ ही फिटमेंट फैक्टर 2.57 गुना तय किया गया था। सैलरी सहित भत्ते में भी वृद्धि होगी। दरअसल बेसिक सैलरी को फिटमेंट फैक्टर से गुणा कर तैयार किया जाता है। इसके साथ ही इसमें अन्य भत्ते को जोड़कर कर्मचारियों की पूरी सैलरी की गणना की जाती है।