नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। आगामी चुनावों को देखते हुए कांग्रेस ने अपनी रणनीतियां बनाना शुरु कर दी है।इसी कड़ी में कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी (Senior leader Adhir Ranjan Chaudhary) को पश्चिम बंगाल में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress President Sonia Gandhi) ने चौधरी को पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) का अध्यक्ष तत्काल प्रभाव से नियुक्त किया।इस बात की जानकारी पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल (Casey Venugopal) के द्वारा दी गई है।
दरअसल, हाल ही में पश्चिम बंगाल पीसीसी के अध्यक्ष सोमेन मित्रा (Somen Mitra) के निधन होने के कारण यह पद खाली हो गया था।वही पश्चिम बंगाल में अगले साल मई से पहले विधानसभा चुनाव होने है, ऐसे में कांग्रेस ने रंजन की जिम्मेदार सौंप दी है।यह दूसरा मौका है जब कांग्रेस ने रंजन पर भरोसा जताया है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता चौधरी इससे पहले भी फरवरी, 2014 से सितंबर, 2018 तक पश्चिम बंगाल पीसीसी के अध्यक्ष रह चुके हैं। अधीर रंजन चौधरी बहरामपुर से लोकसभा सदस्य हैं।
पश्चिम बंगाल की बहरामपुर सीट से लगातार पांच बार के सांसद सांसद अधीर रंजन चौधरी को जुझारू छवि का नेता माना जाता है। 2016 के बीते बंगाल विधानसभा चुनाव के वक्त भी अधीर रंजन की प्रदेश कांग्रेस का नेतृत्व कर रहे थे, तब कांग्रेस ने वामदलों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था और 44 सीटें जीत कर मुख्य विपक्षी पार्टी बनी। 2014 से 18 तक बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष रहे अधीर की जगह वरिष्ठ नेता सोमेंद्र नाथ मिश्रा ने ली थी जिनका डेढ़ महीने पहले निधन हो गया, अब एक बार फिर कांग्रेस आलाकमान ने 64 साल के अधीर के हाथों में प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंप दी है।हालांकि इस बाद अधीर रंजन के सामने काफी कठिन चुनौती है। माना जा रहा है कि अगला विधानसभा चुनाव तृणमूल बनाम बीजेपी के बीच लड़ा जाएगा, ऐसे में कांग्रेस और सीपीएम को बड़ा नुकसान होगा जिसकी सूरत 2019 के लोकसभा चुनाव में दिख चुकी है।