नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने अग्निपथ (Agnipath) योजना के अंतर्गत भर्ती होने वाले अग्नि वीरों के स्थाई सैनिक बनने की पूरी प्रोसेस बताई। उन्होंने कहा कि अग्नि वीरों का 4 साल तक कई मानदंडों पर आकलन करने के बाद अंतिम मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी और मेरिट लिस्ट में शामिल होने वाले ही स्थाई सैनिक के रूप में भारतीय सेना में शामिल किए जाएंगे।
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लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा की अग्नि वीरो के स्थाई सैनिक बनने के लिए दिए जाने वाले प्रशिक्षण की 6 महीने की अवधि पूरी होने के बाद पहला मूल्यांकन किया जाएगा, जिससे कि निष्पक्ष और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के तहत उनका चयन हो। उन्होंने बताया कि प्रत्येक वर्ष के अंत में अग्नि वीरों का विभिन्न मानदंडों जैसे कि फिटनेस, फायरिंग स्किल के साथ ही ड्रिल्स में उनकी परफॉर्मेंस के आधार पर उनका मूल्यांकन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अग्नि वीरो को इस बात का भरोसा होना चाहिए कि 4 साल तक वह एक पारदर्शी प्रक्रिया से गुजरे हैं। हमने सेना की हर सेवाओं में भर्ती के लिए परीक्षाओं में कुछ विशेष प्रावधान किए हैं और इसके लिए निरंतर अग्नि वीरों का मूल्यांकन किया जाता रहेगा।
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वॉइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ ने बताया कि अग्निवीरों का समय-समय पर मूल्यांकन किया जाएगा और उसे सिस्टम में डाल दिया जाएगा। हर वर्ष के अंत में या डाटा अपलोड होगा और 4 साल के बाद पूरे डाटा का एनालिसिस करके मेरिट सूची को तैयार किया जाएगा। शायद इस पूरी प्रक्रिया को जानने के बाद देशभर में हो रहा agnipath योजना का विरोध कम हो जाए।