आपको बता दें कि ठेकेदार संतोष पाटिल सोमवार को उडुपी जिले में मृत पाए गए थे। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच शुरू की, जिसमे बताया गया कि मौत से कुछ देर पहले उन्होंने अपने एक साथी को मैसेज किया था। जिसमें संतोष पाटिल ने अपनी मौत के लिए मंत्री केएस ईश्वरप्पा को जिम्मेदार ठहराया था। विवादों में घिरने के बाद अब मंत्री ईश्वरप्पा ने कहा कि वह शुक्रवार को सीएम को अपना इस्तीफा सौंप देंगे और कहा कि सहयोग के लिए सभी साथियों का शुक्रिया अदा करता हूं।
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पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, उडुपी में एक सिविल ठेकेदार की मौत पर ईश्वरप्पा के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। ईश्वरप्पा को इस मामले में पहला आरोपी बनाया गया था। प्राथमिकी मंगलवार रात को संतोष पाटिल के भाई प्रशांत पाटिल की शिकायत के बाद दर्ज की गई थी। संतोष पाटिल ने मंत्री के खिलाफ रिश्वत मांगने के आरोप लगाए थे। पाटिल मंगलवार को उडुपी के एक लॉज में मृत पाए गए थे। प्रशांत की शिकायत में मंत्री ईश्वरप्पा और उनके स्टाफ सदस्यों रमेश और बसवराज को आरोपी बनाया गया है।
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गौरतलब है कि मंत्री ईश्वरप्पा ने इस्तीफे की जानकारी प्रेस कांफ्रेंस करके दी है जानकारी के अनुसार ठेकेदार संतोष पाटिल ने अपने मौत से कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखा था और उसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि मंत्री ईश्वरप्पा उनसे काम के बदले 40 प्रतिशत कमीशन मांग रहे हैं। संतोष पाटिल के इन आरोपों को मंत्री ने सिरे से खारिज कर दिया।