केन्द्र सरकार का बड़ा फैसला, 31 मार्च से हटेंगी सभी कोरोना पाबंदियां लेकिन..

Pooja Khodani
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट।Coronavirus. केन्द्र सरकार (Central Government) ने बड़ा फैसला लिया है। कोरोना के घटते आंकड़ों के बाद 2 साल बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और गृह मंत्रालय (Union Ministry of Health and Ministry of Home Affairs) ने सभी प्रतिबंध को हटाने का फैसला किया है, हालांकि फेस मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंस का पालन करना पहले की तरह जारी रहेगा।इसके लिए केन्द्र सरकार ने आपदा प्रबंधन अधिनियम हटा लिया है। इसके तहत 31 मार्च 2022 से कोरोना को लेकर लगाई गई सभी पाबंदियां हटा ली जाएंगी।

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने एक आदेश में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड रोकथाम उपायों के लिए डीएमए अधिनियम 2005 (Disaster Management Act) के तहत जारी सभी दिशानिर्देश वापस लेने पर की बात कही है।वही राज्य/केंद्र शासित प्रदेश ऐसे SOP/सलाह का पालन करना जारी रख सकते हैं, जो समय-समय पर MoHFW द्वारा कोविड रोकथाम उपायों, टीकाकरण और अन्य संबंधित पहलुओं के लिए जारी किए जा रहे हैं।वही आदेश 31 मार्च को समाप्त होने के बाद गृह मंत्रालय द्वारा कोई और आदेश जारी नहीं किया जाएगा।

इस फैसले से संकेत मिल रहे है कि देश में कोरोना की तीसरी लहर समाप्ति की ओर है। वर्तमान में देश में 23,913 एक्टिव केस और पॉजिटिविटी रेट 0.28 फीसदी है। बुधवार को भारत में कोरोना के 1,778 नए केस दर्ज हुए और 62 मरीजों की मौत हुई। वहीं यूरोप और चीन में नए सिरे से लॉकडाउन लगाया गया है। यही कारण है कि भारत में लोगों से बेसिक कोरोना नियमों का पालन करने के लिए कहा जा रहा है।

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बता दे कि केंद्र सरकार ने 24 मार्च 2020 को पहली बार देश में कोविड-19 की रोकथाम के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत आदेश और दिशा-निर्देश जारी किए थे, हालांकि दूसरी और तीसरी लहर के दौरान इसमें कई संशोधन किए गए, लेकिन अब आंकड़ों की कमी के बाद इसे हटाया जा रहा है।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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