Char Dham Yatra 2023: चार धाम यात्रा जल्द ही शुरू होने वाली है। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू भी हो चुकी है। श्रद्धालुओं में इसे लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है। पंजीकरण के आंकड़ों के वृद्धि भी हो रही है। 22 अप्रैल से उतराखंड में यात्रा शुरू हो जाएगी। जिसकी तैयारियों में राज्य सरकारी जुटी हुई है। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने नियमों में बदलाव किया है। यात्रा के दौरान हुए विवादों को देखते हुए समिति ने सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। जिसकी चर्चा मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से की जाएगी और फिर लागू की जाएगी।
परिसर में रील बनाने पर रोक
विगत वर्ष यात्रा के दौरान रील बनाने वालों के कारण काफी विवाद हुआ था। जिसका विरोध पुजारियों ने भी किया था। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति इन मामलों की गंभीरता समझते हुए सख्त फैसला कर सकती है। संभवतः चार धाम यात्रा पर मोबाइल और कैमरे पर रोक लग सकता है। साथ ही रील पर भी रोक लगने की आशंका है। दरअसल, विगत वर्ष यात्रा के दौरान मंदिर परिसर के कई तस्वीरें और वीडियो वायरल हुए थे। जिसके करण काफी विवाद भी हुआ था। जो मंदिर परिसर की छवि को भी खराब करता है।
पुजारियों को सीधा दक्षिणा देने पर रोक
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति है पुजारियों को दी जाने वाली दक्षिणा पर भी सख्त निर्णय लिया है। चारों धाम के पुजारी सीधा दान-दक्षिणा नहीं ले पाएंगे। हालांकि पारदर्शी व्यवस्थाओं से श्रद्धालु मंदिरों के दान पत्र में चढ़ावा दे पाएंगे। इस व्यवस्था को भी मंदिर समिति CCTV कैमरे की निगरानी में रखने की योजना बना रहा है।
पुजारियों और आचार्यों का ड्रेस कोड
मंदिर परिसर में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकारी अधिकारियों को तैनात किया जाएगा। जिनके लिए मंदिर समिति अलग वर्दी पर विचार कर रहा है। वहीं मंदिर के आचार्यों और पुजारियों के लिए भी ड्रेस कोड लागू करने की प्लानिंग चल रही है।
महिलाओं के परिधानों पर भी हो रहा है विचार
मंदिर परिसर में कई युवतियों का गरिमामयी परिधान में दर्शन करने ना आने पर पुजारियों और स्थानीय लोगों ने विरोध किया था। जिसके लिए भी नए नियम बनाने का विचार मंदिर प्रशासन कर रहा है।