DA HIKE : नवरात्रि से पहले कर्मचारियों को तोहफा, महंगाई भत्ता बढ़ा, एरियर का भी लाभ, जानें कब से खाते में बढ़कर आएगी सैलरी?

राज्य कर्मियों की भांति निगमों, निकायों, प्राधिकरण, पंचायतों, स्वायत्तशासी संस्थाओं व उपक्रमों इत्यादि में कार्यरत कर्मियों का महंगाई भत्ता बढ़ाने का फैसला लिया है।

Dearness allowance HIKE 2024

Uttarakhand DA Hike 2024 : उत्तराखंड के सरकारी कर्मचारियों पेंशनरों के लिए खुशखबरी है। नवरात्रि दशहरे से पहले पुष्कर सिंह धामी सरकार ने निगमों, निकायों, प्राधिकरण, पंचायतों, स्वायत्तशासी संस्थाओं व उपक्रमों इत्यादि में कार्यरत कर्मियों को बड़ा तोहफा दिया है। राज्य सरकार ने इनका महंगाई भत्ता चार प्रतिशत बढ़ाने का फैसला किया है।

सातवें, छठे और पांचवें केंद्रीय वेतनमान में कार्यरत इन कार्मिकों को एक जनवरी, 2024 से बढ़ी दर पर महंगाई भत्ते का भुगतान किया जाएगा, ऐसे में जनवरी से सितंबर तक का एरियर भी मिलेगा। मुख्यमंत्री के इस निर्णय से 35 हजार से अधिक कर्मचारी लाभान्वित होंगे।

जनवरी 2024 से महंगाई भत्ता बढ़ा

दरअसल, उत्तराखण्ड सरकार ने राज्य कर्मियों की भांति निगमों, निकायों, प्राधिकरण आदि में कार्यरत कर्मियों को 1 जनवरी 2024 से 4% महंगाई भत्ते का लाभ देने का निर्णय लिया है। राजकीय कर्मचारियों की भांति बढ़े हुए महंगाई भत्ते का भुगतान निगमों, निकायों, प्राधिकरणों, पंचायतों, स्वायत्तशासी संस्थाओं व उपक्रमों में सेवारत व सेवानिवृत्त कार्मिकों को  जनवरी 2024 से प्रदान किया जायेगा। पांचवें केन्द्रीय वेतनमान में आहरित कर रहे सार्वजनिक निकाय/ उपक्रमों के कर्मचारियों के लिये महंगाई भत्ते का 01 जनवरी 2024 से बढ़ी हुई दर पर भुगतान किया जाएगा।

बीते दिनों सीएम ने दिया था आश्वासन

गौरतलब है कि बीते दिनों सचिवालय में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राज्य निगम कर्मचारी महासंघ के एक प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात की थी। इस दौरान महासंघ अध्यक्ष सूर्यप्रकाश राणाकोटी ने जनवरी 2024 से निगम कर्मचारियों के बढ़े हुए महंगाई भत्ते (डीए) की मांग की थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सार्वजनिक उद्यम विभाग के सचिव को जल्द बढ़ा हुआ डीए सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए थे और आश्वासन दिया था किडीए का भुगतान जल्द किया जाएगा।

 


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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