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Wed, Dec 10, 2025

Navratri 2025: दिल्ली में मीट बिक्री पर रोक की मांग फिर जोर पकड़ी, विधायक ने अमित शाह से की अपील

Written by:Vijay Choudhary
Navratri 2025: दिल्ली में मीट बिक्री पर रोक की मांग फिर जोर पकड़ी, विधायक ने अमित शाह से की अपील

नवरात्र आते ही दिल्ली में एक बार फिर मीट की दुकानों पर रोक की चर्चा शुरू हो गई है। जंगपुरा के बीजेपी विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने इस बार अपने कदम थोड़ा तेज कर दिए हैं। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखा है, जिसमें नवरात्र के दौरान मीट की दुकानों को अस्थाई रूप से बंद करने की मांग की गई है। उनका कहना है कि 22 सितंबर से 2 अक्टूबर तक यह कदम हिंदू समुदाय की आस्था और व्रत की पवित्रता बनाए रखने के लिए जरूरी है।


पत्र के माध्यम से अधिकारियों को अपील

बीजेपी विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने पत्र में स्पष्ट किया है कि नवरात्र हिंदू समुदाय के लिए पवित्र समय है और इस दौरान लोग व्रत रखते हैं। उन्होंने लिखा कि मीट की बिक्री इस अवधि में रोकनी चाहिए। साथ ही, उन्होंने संबंधित नगर निगम और प्रशासनिक विभागों को आदेश जारी करने का सुझाव दिया है ताकि दुकानों को अस्थाई रूप से बंद कराया जा सके। उनका यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए है कि नवरात्र के पवित्र समय में लोग अपनी धार्मिक गतिविधियों को बिना किसी व्यवधान के कर सकें।


स्वयं अपील करेंगे विधायक और वॉलेंटियर्स

मारवाह ने कहा कि उन्होंने केवल गृह मंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र नहीं लिखा है, बल्कि MCD मेयर से भी मीट की दुकानों को बंद करने के लिए बात की है। उन्होंने बताया कि वे और उनके वॉलेंटियर्स नवरात्र के दौरान दुकानदारों से व्यक्तिगत रूप से अपील करेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस प्रयास में कोई जबरदस्ती नहीं होगी। दुकानदारों को अपने स्तर पर दुकान बंद करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, जैसा कि पहले कांवड़ यात्रा के दौरान भी सफलतापूर्वक किया गया था।


सभी दुकानों और मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में भी अपील

विधायक ने यह भी बताया कि उनकी अपील केवल झटका और हलाल मीट की दुकानों तक सीमित नहीं होगी। वे सभी प्रकार की मीट की दुकानों को बंद करने की अपील करेंगे। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में भी उनके वॉलेंटियर्स जाएंगे, हालांकि वहां असर कम होने की संभावना है। उनका कहना है कि नवरात्र के दौरान मीट की बिक्री पर रोक लगाना हिंदू समुदाय की आस्था और व्रत की पवित्रता बनाए रखने के लिए जरूरी है, और उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है।