Indonesia Earthquake : इंडोनेशिया के पश्चिमी जावा में आज एक बार फिर 5.6 की तीव्रता से भूकंप के झटके महसूस किए गए। जिसमें करीब 44 लोगों की मौत होने की खबर आई है जबकि 300 लोग घायल हो गए है। इसमें कई सारी बड़ी-बड़ी इमारतें बूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। वहीं, लोगों ने अपनी रात बेहद चिंता में बिताई है क्योंकि प्राकृतिक आपदा का कोई भरोसा नहीं। ऐसे में घटना के बीतने के कुछ मिनटों बाद ही लोग सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी शेयर करने लगे।
राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण एजेंसी के अनुसार, एक इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल, 1 अस्पताल और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं सहित दर्जनों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे पहले भी भारत में भी कई स्थानों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। जिसका केंद्र उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, नोएडा और दिल्ली रहा। जिसके कारण लोगों के मन में भय का माहौल भी उत्पन्न हो गया है।
दरअसल, इंडोनेशिया में अक्सर ही भूकंप के झटके महसूस करना, ज्वालामुखी विस्फोट और सूनामी जैसी आपदा होती रहती है लेकिन जकार्ता में ऐसा होना वैज्ञानिक दृषिकोण से असामान्य माना जाता है। बता दे इससे पहले इसी साल फरवरी में पश्चिम सुमात्रा प्रांत में 6.2 की तीव्रता से भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, जिसमें करीब 25 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 460 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
इन दिनों पूरी दुनिया में देश कहीं-ना-कहीं प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित है। कहीं पर बाढ़ जैसे हालात हैं तो कहीं चक्रवाती तूफान ने अपना कहर मचा रखा है, कहीं भूकंप के तेज झटके महसूस किए जा रहे हैं तो कहीं, ग्लेशियर पिघल कर सभी की चिंता बढ़ा रहा है। इन सब प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए किसी सुरक्षित स्थान पर जाकर खुद को बचा सकते हैं। भूकंप से बचने के लिए झटके महसूस होते ही बाहर किसी खुले स्थान पर जल्द-से-जल्द पहुंच जाएं। इस बात का ध्यान रखें की ऐसे आपदा के दौरान लिफ्ट का प्रयोग ना करें और यदि घर से बाहर निकलना संभव नहीं तो किसी कोने, पलंग के नीचे, टेबल के नीचे छुप सकते हैं।