नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों (Employees) के लिए बड़ी खुशखबरी है। जल्द ही पेंशन में बढ़ोत्तरी होने वाली है।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने कर्मचारियों की पेंशन के लिए अधिकतम वेतन 15 हजार रुपये (Basic Salary) तय किया है, ऐसे में जल्द कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) देने वाले लाखों कर्मचारियों की पेंशन (EPS) में 300% तक की बढ़ोत्तरी हो सकती है।इसके लिए सुप्रीम कोर्ट EPFO की इस सैलरी-लिमिट को खत्म कर सकता है, जिसके बाद पेंशन में भी बढ़ोत्तरी होने की संभावना है।
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मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले से कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) में योगदान करने वाले लाखों कर्मचारियों की पेंशन (EPS) में 300% तक बढोत्तरी हो सकती है।फिलहाल मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है और इस पर लगातार सुनवाई चल रही है।उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले में अंतिम फैसला हो जाएगा।यदि ऐसा हो गया तो अधिकतम राशि पर पीएफ कटेगा और पेंशन 300 प्रतिशत से ज्यादा भी मिल सकती है।वही कर्मचारियों की पेंशन (Employee Pension Scheme) की गणना अंतिम वेतन यानी उच्च वेतन ब्रैकेट पर भी की जा सकती है, इस फैसले से कर्मचारियों को कई गुना ज्यादा पेंशन मिलेगी।
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बता दे कि इस मामले में एक सितंबर 2014 को कर्मचारी पेंशन योजना को संशोधित करते हुए भारत सरकार ने एक अधिसूचना जारी की थी, जिसमें कहा गया था कि पीएफ की राशि काटने के लिए मूल वेतन की सीमा निर्धारित नहीं होनी चाहिए। इस फैसले का निजी क्षेत्र के कर्मचारियों ने पुरजोर विरोध किया था और फिर पीएफ विभाग ने भी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, फिलहाल इस मामले में सुनवाई जारी है और जल्द फैसला आने की उम्मीद है।
ऐसे समझे पूरा गणित
- उदाहरण के तौर पर देखें तो वर्तमान में किसी कर्मचारी की सैलरी (बेसिक सैलरी + डीए) 20 हजार रुपये है। पेंशन के फॉर्मूले से गणना करने पर 4000 रुपये (20,000X14)/70 = 4000 रुपये हो जाएगी और वेतन जितना अधिक होगा, उसे उतना ही पेंशन का लाभ मिलेगा, ऐसे लोगों की पेंशन में 300% तक का उछाल देखने को मिल सकता है।
- अगर कोई कर्मचारी 1 जून 2015 से नौकरी कर रहा है और 14 साल की सेवा पूरी करने के बाद पेंशन लेना चाहता है तो उसकी पेंशन की गणना 15 हजार रुपये पर ही की जाएगी। पेंशन की गणना का सूत्र है- (सेवा इतिहासx15,000/70), लेकिन, अगर सुप्रीम कोर्ट कर्मचारियों के पक्ष में फैसला करता है, तो उस कर्मचारी की पेंशन बढ़ जाएगी।
- इसके अलावा मान लीजिए एक कर्मचारी की नौकरी 33 साल है और बेसिक सैलरी 50 हजार रुपये है।वर्तमान में पेंशन की गणना अधिकतम 15 हजार रुपये वेतन पर ही की जाती है। इस तरह (फॉर्मूला: 33 साल+2= 35/70×15,000) पेंशन सिर्फ 7,500 रुपये होती है। पेंशन की सीमा हटाने के बाद पेंशन को अंतिम वेतन के हिसाब से जोड़ने पर उन्हें 25000 हजार रुपये पेंशन मिलेगी, मतलब (33 साल+2= 35/70×50,000= 25000 रुपये)।