नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। EPFO कर्मचारियों को 2022 में बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। 15000 की लिमिट हटने पर कर्मचारियों की पेंशन की राशि दुगुनी हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर ईपीएस की 15000 रुपये की लिमिट हटती है तो कर्मचारियों की पेंशन (Employee Pension Scheme) की राशि डबल हो जाएगी। फिलहाल मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सुनवाई चल रही है, इस पर जल्द फैसला आने की उम्मीद है। अगर इस पर 2022 में फैसला आ जाता है तो 20000 रुपए की बेसिक सेलरी (basic salary)पर कम से कम 8571 रुपए पेंशन का इजाफा होगा।
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दरअसल, एम्प्लॉई पेंशन स्कीम यानी ईपीएस (EPS Pension) के तहत मौजूदा समय में पेंशन के लिए 15 हजार रुपये हर महीने की सीलिंग या कैपिंग लगी है, जिसे लगातार हटाने की मांग हो रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नए साल 2022 में अगर एम्पलॉई पेंशन स्कीम के तहत EPS पर लगी कैंपिंग हटाई जाती है तो पेंशन में 7,500 रुपये से ज्यादा का लाभ मिलेगा ।चुंकी कर्मचारी के रिटायरमेंट पर पेंशन की कैल्कुलेशन भी अधिकतम सैलरी 15000 रुपए ही मानी जाती है, ऐसे में रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी EPS रूल के तहत सिर्फ 7,500 रुपए बतौर पेंशन मिल सकते हैं। इसके लिए एम्प्लॉयर का EPS में योगदान भी बढ़ाना होगा। इसका मतलब है कि अगर किसी कर्मचारी की बैसिक सैलरी 20 हजार है तो 8 हजार ज्यादा पेंशन बढ़ेगी।
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बता दे कि भारत संघ और एंप्लाई प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (EPFO) की ओर से 12 अगस्त 2021 को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है, जिस पर जल्द फैसला आ सकता है। भविष्य निधि संगठन के सदस्य ईपीएस (Employee Pension Update) के सदस्य भी बन जाते हैं। एम्पलॉई पेंशन स्कीम के तहत कर्मचारी के खाते से 12% सैलरी का हिस्सा PF और बाद में यही राशि नियोक्ता के खाते में भी जाती है। ईपीएस में बेसिक सैलरी का योगदान 8.33% है। इसमें पेंशन योग्य वेतन की सीमा 15000 होती है। ऐसे में पेंशन फंड में हर महीने अधिकतम 1250 रुपये ही जमा होता हैं।वही सैलरी 10,000 रुपए हैं तो 833 रुपये ही जमा होगा।
ये है पूरा कैलकुलेशन
- कर्मचारी के रिटायरमेंट पर पेंशन की अधिकतम सैलरी 15000 रुपये ही मानी जाती है, ऐसी में EPS के नियम के अनुसार, रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी को 7500 रुपये ही बतौर पेंशन मिलते हैं।
- अगर पेंशन से 15000 की लिमिट को खत्म कर दिया जाए और बेसिक सैलरी 20 हजार की जाए तो पेंशन की राशि 7500 से ज्यादा यानि 8,571 मिलेगा।
- वही 25000 और 30000 की सैलरी में भी इजाफा होगा, इसके लिए आप EPS कैलकुलेशन का फॉर्मूला= मंथली पेंशन=(पेंशन योग्य सैलरी x EPS कंट्रीब्यूशन) से चेक कर सकते है, लेकिन इसके लिए एम्प्लॉयर का EPS में योगदान भी बढ़ाना होगा, ताकी रिटायरमेंट के समय पेंशन की राशि मिल सके।
ये है EPS के नए नियम
- ईपीएफ सदस्य अनिवार्य और कम से कम 10 साल की रेगुलर नौकरी।
- 50 साल के बाद भी पेंशन लेने का विकल्प।इसके लिए आपको 10 D फॉर्म भरना होगा।
- कर्मचारी की मृत्यु होने पर परिवार को पेंशन।
- यदि सेवा इतिहास 10 वर्ष से कम है, तो उन्हें 58 वर्ष की आयु में पेंशन राशि निकालने का विकल्प मिलेगा
- भविष्य निधि संगठन के सदस्य ईपीएस के सदस्य भी बन जाते हैं।