पेंशन में हो सकती है 8570 की बढोतरी, हटेगी 15000 की लिमिट? जानें EPS की ताजा अपडेट

Pooja Khodani
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट।Employee Pension Scheme. कर्मचारी भविष्य निधि के कर्मचारियों को जल्द अच्छी खबर मिल सकती है। अगर 15000 पेंशन कैलकुलेट करने की लिमिट हटाई जाती है तो 2022 में कर्मचारियों की पेंशन की राशि दुगुनी हो सकती है। फिलहाल पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में लंबित और सुनवाई चल रही है। वही दूसरी तरफ EPFO जल्द नई पेंशन योजना लाने की तैयारी में है, जिसमें 15,000 रुपये से ज्यादा की मंथली बेसिक सैलरी (Monthly Basic Salary) वाले कर्मचारियों को लाभ मिलेगा यानि वर्तमान में संगठित क्षेत्र के वे कर्मचारी जिनका मूल वेतन (मूल वेतन और महंगाई भत्ता) 15,000 रुपये तक है, अनिवार्य रूप से ईपीएस-95 के तहत आते हैं, को मिलेगा।

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,  एम्प्लॉई पेंशन स्कीम यानी ईपीएस (EPS Pension) के तहत वर्तमान में पेंशन के लिए 15000 रुपये की हर महीने की सीलिंग या कैपिंग लगी है, इसे हटाने के लिए भारत संघ और एंप्लाई प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (EPFO) की ओर से 12 अगस्त 2021 को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है, जिसकी सुनवाई अभी चल रही है और जल्द फैसला आने की संभावना है। अगर 2022 में EPS पर लगी कैंपिंग हटाई जाती है तो पेंशन में 7,500 रुपये से ज्यादा  और कैप हटने पर पेंशन अगर 20,000 रुपये के बेसिक सैलरी पर कैलकुलेट होती है तो इसमें 8571 रुपये का लाभ मिलेगा।

ऐसे समझें पूरा गणित

दरअसल, कर्मचारी के रिटायरमेंट पर पेंशन की कैलकुलेशन के लिए अधिकतम सैलरी 15000 रुपए मानी जाती है। अगर ईपीएस की 15000 रुपये की लिमिट हटती है तो कर्मचारियों की पेंशन (Employee Pension Scheme) की राशि डबल हो जाएगी, ऐसे में रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी EPS रूल के तहत सिर्फ 7,500 रुपए बतौर पेंशन मिल सकते हैं, लेकिन EPS का योगदान भी बढ़ाना होगा। EPF में बेसिक सैलरी का योगदान 8.33% है। भविष्य निधि संगठन के सदस्य ईपीएस (Employee Pension Update) के सदस्य भी बन जाते हैं। एम्पलॉई पेंशन स्कीम के तहत कर्मचारी के खाते से 12% सैलरी का हिस्सा PF और बाद में यही राशि नियोक्ता के खाते में भी जाती है।

उदाहरण के तौर पर, अगर पेंशन से 15000 की लिमिट को खत्म कर दिया जाए और बेसिक सैलरी 20000 की जाए तो पेंशन की राशि 7500 से ज्यादा यानि 8,571 (20,000 X 30)/70 = 8,571 रुपये. मिलेगा। इसके लिए आप EPS कैलकुलेशन का फॉर्मूला= मंथली पेंशन=(पेंशन योग्य सैलरी x EPS कंट्रीब्यूशन) (मंथली पेंशन = 15,000X30/70-6428 रुपए) से चेक कर सकते है, लेकिन इसके लिए एम्प्लॉयर का EPS में योगदान भी बढ़ाना होगा, ताकी रिटायरमेंट के समय पेंशन की राशि मिल सके।मतलब कि हर महीने पेंशन का हिस्सा अधिकतम (15,000 का 8.33%) 1250 रुपये होता है।

नई स्कीम लाने की तैयारी

वही दूसरी तरफ कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) कर्मचारियों के लिए इसी तरह की एक नई स्कीम लाने की तैयारी में है।मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इसके तहत ईपीएफओ 15,000 रुपये से ज्यादा की मंथली बेसिक सैलरी (Monthly Basic Salary) वाले कर्मचारियों को इसमें शामिल कर सकती है।पीएफ खाता धारक लंबे समय से ज्यादा पेंशन वाली स्कीम (Increased Pension Scheme) की मांग करते रहे हैं, ऐसे में कर्मचारी पेंशन योजना-1995 (EPS-95) के तहत अनिवार्य रूप से नहीं आने वाले कर्मचारियों के लिए भी एक नई पेंशन योजना लाने पर विचार किया जा रहा है।

CBT बैठक में होगा फैसला

संभावना जताई जा रही है कि अगले महीने मार्च में होने वाली सीबीटी की बैठक में इसका प्रस्ताव लाया जा सकता है। EPFO की निर्णय लेने वाली शीर्ष निकाय सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (CBT) की अगले महीने 11-12 मार्च 2022 को गुवाहाटी में बड़ी बैठक होने जा रही है ,इस बैठक में नई पेंशन स्कीम से जुड़े प्रस्ताव (Proposal of New Pension Scheme) पर चर्चा की जा सकती है ऐसे में उन लोगों के लिए एक नया पेंशन उत्पाद या योजना लाने के लिए सक्रिय रूप से विचार किया जा रहा है, जिनका मासिक मूल वेतन 15,000 रुपये से ज्यादा है।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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