Bihar Teacher Salary Payment : बिहार के संस्कृत और मदरसा के शिक्षकों और कर्मियों के लिए खुशखबरी है। शिक्षक और कर्मियों को जुलाई 2023 से पांचवां और छठा वेतनमान देने के बाद अब शिक्षा विभाग सैलरी फिक्स करने की तैयारी में है। इसके लिए विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है, इसके लिए मॉडल फार्मेट में अभिलेख मांगा गया है जो शिक्षा विभाग के प्री-आडिट सेल में जमा कराना है।हालांकि लोकसभा चुनाव के बाद इसे लागू किया जाएगा।
इस तरह होगा शिक्षकों-कर्मियों का वेतन निर्धारण
- दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक, पटना उच्च न्यायालय के आदेश के बाद अब राज्य सरकार संस्कृत स्कूलों और मदरसों में काम करने वाले 13 हजार शिक्षकों कर्मचारियों का वेतन निर्धारण करने की तैयारी में है । स्कूल शिक्षा विभाग ने संबंधित शिक्षकों को पंचम और षष्ठम वेतन पुनरीक्षण के अनुरूप वेतन निर्धारण करने का फैसला लिया है। इसमें 1659 अनुदानित संस्कृत स्कूलों और 531 मदरसाें के शिक्षक व कर्मचारी शामिल हैं।
- इसके लिए विभाग ने सभी संबंधित संस्कृत विद्यालयों व मदरसों से कार्यरत मानव संसाधन के बारे में भी अभिलेख मांगा है, जिसे प्री-आडिट सेल (पूर्व अंकेक्षण कोषांग) में जमा कराना होगा। इसके लिए मॉडल प्रपत्र (फार्मेट) भी जारी किया गया है।
- अभिलेख के सत्यापन के बाद पंचम एवं षष्ठम वेतन की अंतर राशि का निर्धारण होगा और फिर राशि भुगतान होगा।खास बात ये है कि इसका लाभ शिक्षकों व कर्मचारियों के साथ सेवानिवृत कर्मियों को भी मिलेगा।इसके लिए माध्यमिक शिक्षा के विशेष निदेशक के हस्ताक्षर से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया गया है।
शिक्षकों-कर्मियों को पंचम और षष्ठम वेतन का लाभ
- गौरतलब है कि हाल ही में राज्य के अराजकीय, प्रस्विकृत और अनुदानित संस्कृत एवं मदरसों में कार्यरत, सेवानिवृत कर्मचारियों और शिक्षकों को पंचम और षष्ठम वेतन पुनरीक्षण का लाभ देने का फैसला किया था। यह लाभ एक जुलाई 2023 से दिया जाना है।इसके लिए 21 अरब से अधिक राशि का बजटीय प्रावधान किया गया है।इसके लिए शिक्षा विभाग ने वेतन पुनरीक्षण संशोधन के बाद देय महंगाई भत्ता सहित अंतर वेतन की राशि का भुगतान कर दिया गया है।
- इसके लिए शिक्षा विभाग ने मदरसों के लिए 12.80 अरब रुपये मिले बजट में से 4.68 अरब रुपये जारी कर दिए हैं। संस्कृत विद्यालयों के लिए 8.69 अरब के बजट का प्रावधान किया गया है। इनमें से तीन अरब 10 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं। इसमें पंचम वेतन पुनरीक्षण का लाभ 11 अप्रैल 1989 से और षष्ठम वेतन पुनरीक्षण का लाभ एक अप्रैल 2007 से देय है।
