जारी कैलेंडर में साफ तौर पर कहा गया है कि यादि कोई पर्व, त्यौहार, राष्ट्रीय पर्व और महापुरुषों के जन्मदिन एक साथ पड़ते हैं तो ऐसी स्थिति में अलग से सार्वजनिक अवकाश का ऐलान नहीं होगा। अधिक स्थानीय अवकाश घोषित किए जाने की आवश्यकता होने पर शासन की पूर्वानुमति प्राप्त करनी होगी।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने वर्ष 2023 अर्थात शक संवत 1944-1945 एवं विक्रम संवत 2079-2080 की समस्त सार्वजनिक अवकाशों की तिथियां घोषित की हैं, जिसकी लिस्ट प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार ने जारी की है।इसके तहत सार्वजनिक अवकाश यथा निर्दिष्ट लोक अवकाश माने जाएंगे। विभागाध्यक्ष कार्यालयों एवं अन्य विभागों में जहां पांच दिवसीय कार्य सप्ताह लागू है, वहां कार्यकारी आदेशों के अंतर्गत घोषित अवकाश और प्रस्तर-6 में उल्लिखित जिलाधिकारियों द्वारा घोषित स्थानीय अवकाश लागू नहीं होंगे।
नवरात्रि में 4 दिन मिलेगी छुट्टियां
वर्ष 2023 में महानवमी का अवकाश 23 अक्टूबर सोमवार और विजयदशमी की छु्ट्टी 24 अक्टूबर मंगलवार को होगी। इस तरह शनिवार और रविवार मिलाकर दशहरे पर चार दिन छुट्टियां मिलेंगी। अगले वर्ष सात अप्रैल को गुड फ्राइडे, 14 अप्रैल को डा.भीमराव अंबेडकर का जन्मदिवस और पांच मई को बुद्ध पूर्णिमा की छुट्टियां शुक्रवार को होंगी। इस तरह इन तीन अवकाशों पर पांच दिवसीय कार्यालयों के कार्मिकों को लगातार तीन दिन छुट्टियां मिल जाएंगी।
पढ़े कब कब मिलेगी छुट्टियां
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस, 18 फरवरी को शिव रात्रि, 7 मार्च को होलिका दहन तथा 8 मार्च को होली का पर्व मनाया जाएगा। 30 मार्च को रामनवमी,4 अप्रैल को महावीर जयंती,7 अप्रैल को गुड फ्राइडे, 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती, 5 मई को बुध पुर्णिमा, 29 जून को बकरीद, 29 जुलाई को मोहर्रम का त्यौहार है।15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस, 31 अगस्त को रक्षाबंधन, 7 सितंबर को जन्माष्टमी, 28 सितंबर को बारावफात अवकाश रहेगा। 2 अक्टूबर को गांधी जयंती, 23 अक्टूबर को दशहरा 24 अक्टूबर को विजयादशमी 12 नवंबर को दीपावली 13 नवंबर को गोवर्धन पूजा 15 को भाई दूज है। 27 नवंबर को गुरु नानक जयंती और 25 दिसंबर को क्रिसमस डे का त्यौहार मनाया जाएगा।
5 छुट्टियों का होगा नुकसान
मोहम्मद हजरती अली की जयंती 5 फरवरी और दीपावली 12 नवंबर को रविवार के दिन होगी। इसी तरह महाशिवरात्रि 18 फरवरी, ईद-उल-फितर 22 अप्रैल और मोहर्रम 29 जुलाई शनिवार के दिन होगा। शनिवार और रविवार को सरकारी दफ्तरों में साप्ताहिक अवकाश होने रहता है। ऐसे मेें कार्मिकों को पांच छुट्टियों का नुकसान होगा।