बेंगलुरु, डेस्क रिपोर्ट। प्रदेश सरकार ने किसानों (Farmers) को बड़ी राहत दी है। दरअसल उन्हें प्रोत्साहन राशि (incentives) शनिवार जाएगा। उनके खाते में 10000 प्रोत्साहन राशि भेजे जाएंगे। इसके लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रोत्साहन राशि बहाल कर दी गई है। राज्य सरकार ने शुक्रवार को रेशम उत्पादन (sericulture) करने वाले किसानों के लिए बाइवोल्टाइन कोकून का उत्पादन करने के साथ-साथ हावेरी और कालाबुरागी में नए कोकून बाजारों की स्थापना के लिए प्रोत्साहन की घोषणा की।
राज्य का बजट 2022-23 पेश करते हुए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि कर्नाटक रेशम उत्पादन में अग्रणी था और अब रेशम उत्पादन के लिए सरकार रुपये का भुगतान करेगी। इसके अलावा, यशस्विनी योजना (ग्रामीण किसानों को चिकित्सा सुविधा), कृषि उपज का मूल्यवर्धन और बाजार समर्थन, रेशम उत्पादन किसानों को प्रोत्साहन प्रोत्साहन और कई सिंचाई परियोजनाओं के कार्यान्वयन से किसानों को लाभान्वित किया जाएगा। सरकारी रेशम कोकून बाजारों में बेचे जाने वाले प्रत्येक टन बाइवोल्टाइन के लिए रेशम उत्पादन उत्पादकों को 10,000 प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
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उन्होंने यह भी कहा कि बाइवोल्टाइन रेशम उगाने वाले किसानों के लिए प्रोत्साहन पहले से मौजूद था, लेकिन बंद कर दिया गया था। किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रोत्साहन अब बहाल कर दिया गया है। CM बोम्मई ने कहा कि डिपॉज अंडे के निर्माण और भंडारण के लिए 15 करोड़ रुपये में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) के आधार पर मद्दुर, रानेबेन्नूर और देवनहल्ली में कोल्ड स्टोरेज इकाइयाँ विकसित की जाएंगी।
इसके अलावा पीपीपी मॉडल के तहत सभी रेशम निर्माण कार्यों के लिए एक अच्छी तरह से सुसज्जित प्रशिक्षण सुविधा बनाई जाएगी। बोम्मई ने कहा कि रेशम किसानों को स्पष्टता, पारदर्शिता और उचित मूल्य देने के लिए सभी कोकून बाजारों में ई-वजन और ई-भुगतान को अपनाया जाएगा।बजट में कच्चे रेशम के उत्पादन के लिए रीलर्स के साथ-साथ किसानों को प्रोत्साहन देने का वादा किया गया है।